बिहार चुनाव में अब ज्यादा वक़्त नहीं बचा है। जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहा है राज्य में सियासत और भी गरमाती जा रही है। एक तरफ जहां एनडीए में लोक जनशक्ति पार्टी(LJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच उठा-पटक चल रही है। वहीं महागठबंधन में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सीट बंटवारा को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ( रालोसपा) ने नाराजगी जताई है।

महागठबंधन में सीट बंटवारा नहीं होने पर रालोसपा ने नाराजगी जताई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर कन्फ्यूजन से नुकसान होगा। कुशवाहा ने कहा राजद को जल्द से जल्द ये मसला सुलझाना चाहिए और सभी दलों के अलग-अलग नेता हैं। ऐसे में सभी दलों को मिलकर अपना एक नेता चुन लेना चाहिए। देर से सीट शेयरिंग के बाद सभी दलों के कार्यकर्ताओं में तालमेल नहीं हो सकेगा। इसका नुकसान है।

रालोसपा ने 41 सीट की मांग की है लेकिन आरजेडी ने उन्हें 12 सीट देने का मन बनाया है। इसपर चर्चा करने के लिए कुशवाहा ने गुरुवार को राष्ट्रीय और राज्य के पदाधिकारी, प्रदेश कमेटी के पदाधिकारी सहित सभी जिलाध्यक्ष की बैठक बुलाई है।

वहीं दूसरी ओर एनडीए में नीतीश और चिराग पासवान के बीच शुरू हुए विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पिछले कुछ हफ्तों से एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान मुख्य मंत्री नीतीश कुमार पर तरह-तरह की टिप्पणी भी कर रहे हैं। इसको लेकर जेडीयू संसद सुनील कुमार पिंटू ने चिराग पासवान को चेताया है।

पिंटू ने कहा कि एलजेपी एनडीए में है या नहीं, यह चिराग फैसला लेंगे। हम इस बारे में कुछ नहीं जानते। लेकिन अगर वे गठबंधन में हैं तो सीएम नितीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी ना करें। पिंटू ने आगे कहा एलजेपी के अलग होने से बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। ऐसे में अगर एलजेपी 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी तो जीरो पर आउट हो जाएगी।