बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) ने अपने 115 उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी कर दी है। टिकट बंटवारे के साथ पार्टी में उम्मीदवारों के विरोध का भी सिलसिला शुरू हो चुका है। पार्टी ने कुछ नेताओं के क्षेत्र में बदलाव भी किए हैं। इनमें एक नाम राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा का भी है।

बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा का चुनाव क्षेत्र बादल दिया गया है। जिसके बाद उन्हें अपने ही जिले और निर्वाचन क्षेत्र में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है। कृष्ण नंदन जहानाबाद जिले के घोषी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। लेकिन इस बार वे जहानाबाद से चुनाव लड़ेंगे। इस कड़ी में वे गुरुवार को अपने क्षेत्र पहुंचे जहां लोगों ने उनका जमकर विरोध किया।

नीतीश सरकार के मंत्री कृष्णनंदन वर्मा के खिलाफ जहानाबाद के एयरोड्रम मैदान में जमकर नारेबाजी हुई। कृष्णनंदन वर्मा सुबह जहानाबाद के एयरोड्रम मैदान की तरफ से गुजर रहे थे। वहां लोगों को देख मंत्री जी जनता से मिलने चले गए। लेकिन स्थानीय लोगों ने उल्टे उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा दिए। इस दौरान वह चाह कर भी अपनी गाड़ी से उतर नहीं सके और गाड़ी में बैठे-बैठे ही लोगों के ताने सुनते रहे। लोगों ने शिक्षा मंत्री को ताना मरते हुए पूछा कि आप घोसी से विधायक थे, लेकिन आप ने ऐसा कौन सा काम किया है। जो आपको जहानाबाद भेज दिया गया।

जहानाबाद से कृष्ण नंदन की राह फिलहाल आसान होती नहीं दिख रही है। उनके खिलाफ राजद ने सुदय यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है, वहीं बीजेपी से बगावत करने वाले इंदु कश्यप भी इस सीट पर एलजेपी से चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल किया था।

इस दौरान वर्मा ने कहा कि सूबे में फिर नीतीश कुमार की अगुआई में एनडीए की भारी बहुमत से सरकार बनेगी। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का उद्देश्य न्याय के साथ विकास और सबका विश्वास है। बिहार तेजी से विकास कर रहा है, नई सरकार के गठन के साथ ही बिहार और तेजी से बढ़ेगा। अपना क्षेत्र बदलने पर कहा कि परिस्थितियों और नेता के आदेश पर जहानाबाद से चुनाव लड़ रहा हूं।