बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजे आ चुके हैं और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस बार बीजेपी ने अपने सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (JDU) से ज्यादा सीटें जीती हैं। ऐसे में बीजेपी ने जेडीयू को एक सलाह दी है। बीजेपी सांसद निशिकांत ठाकुर ने सीएम नीतीश कुमार को शराबबंदी में संशोधन की सलाह दी है।
निशिकांत ठाकुर ने ट्वीट कर कहा, ‘बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह है कि शराब बंदी में कुछ संशोधन करें,क्योंकि जिनको पीना या पिलाना है वे नेपाल, बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ का रास्ता अपनाते हैं, इससे राजस्व की हानि, होटल उद्योग प्रभावित तथा पुलिस, एक्साइज भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं।’ चुनाव के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया था कि नीतीश कुमार की शराबबंदी जमीन पर फेल है।
बिहार के मुख्यमंत्री @NitishKumar जी से आग्रह है कि शराब बंदी में कुछ संशोधन करें,क्योंकि जिनको पीना या पिलाना है वे नेपाल,बंगाल,झारखंड,उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ का रास्ता अपनाते हैं,इससे राजस्व की हानि,होटल उद्योग प्रभावित तथा पुलिस, एक्साइज भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 13, 2020
नीतीश कुमार ने अपने पिछले कार्यकाल में राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी। चुनाव प्रचार के दौरान भी नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर निशाने पर रहे हैं। राज्य के लोगों का कहना था कि शराब भी भी मिलती है, बस पहले खुल कर मिलती थी और इसकी तस्करी होती है। कांग्रेस ने भी अपने बदलाव पत्र में इस कानून की समीक्षा करने की बात कही थी।
बीजेपी सांसद के इस बयान के बाद जेडीयू ने नाराजगी व्यक्त की है। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि निशिकांत दुबे को इस तरह की बात करने से बचना चाहिए। राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, ‘शराबबंदी के नियमों में संशोधन के संबंध में निशिकांत दुबे जी ने सीएम नीतीश कुमार से अनुरोध किया है। मैं इतना कहना चाहूंगा यह एक ऐसा फैसला है, जिसने बिहार की आधी आबादी के चेहरे पर ना केवल मुस्कान लाने का काम किया है, बल्कि सामाजिक बनावट में उनकी श्रेष्ठता को भी स्थापित किया है। रोड दुर्घटनाएं घटी हैं, महिला उत्पीड़न के मामले कम हुए हैं। इसलिए एनडीए के किसी भी नेताओं को इस तरह का बयान देने से बचना चाहिए।’
बता दें कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 74 और जेडीयू को 43 सीटें आई हैं, जिसके बाद से आशंका जताई जा रही है कि सरकार में बीजेपी का दबदबा दिख सकता है। इस चुनाव में एनडीए को 125 सीटें (भाजपा को 74, जदयू को 43, वीआईपी को 04 और हम को 4) मिली हैं। वहीं महागठबंधन 110 सीटों (आरजेडी 75, कांग्रेस 19 वामदलों को 16) पर जीत मिली है। दूसरी ओर, लोजपा ने 1 और ओवेसी की एआईएमआईएम ने 5 सीटें जीतीं है। इस चुनाव में आरजेडी सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है।