बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद आलम का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह एक जनसभा को संबोधित करते दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान अपने संबोधन में खुर्शीद आलम ने कहा कि वह मंत्री नहीं बल्कि संतरी हैं, जो जनता की पहरेदारी और चौकीदारी कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी तुलना एक बैल से की।
अपने संबोधन में खुर्शीद आलम कह रहे हैं कि “वह अपने आप को मंत्री नहीं समझते हैं बल्कि वह तो संतरी हैं और संतरी का काम होता है लोगों के मान-सम्मान की रक्षा, चौकीदारी, पहरेदारी। उन्होंने कहा कि हम तो एक बैल की तरह हैं, जो सुबह 8 बजे से शाम पांच बजे तक खेत जोतता है।” इस दौरान जनसभा में मौजूद लोगों ने भी मंत्री खुर्शीद आलम के भाषण पर जमकर तालियां बजायीं।
बता दें कि खुर्शीद आलम इससे पहले भी चर्चा में आ चुके हैं। दरअसल साल 2017 में जब एनडीए सरकार ने बिहार विधानसभा में विश्वासमत हासिल किया था। तब खुर्शीद आलम ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए जय श्रीराम का नारा लगाया था। उनके इस बयान पर बवाल हो गया था और उनके खिलाफ फतवा जारी हो गया था। हालांकि बाद में उन्होंने इस पर माफी मांग ली थी।
बिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद आलम का वीडियो हो रहा है वायरल
मंत्री ने अपने आप को मंत्री नहीं संत्री बताया
उन्होने अपनी तुलना एक बैल से की है pic.twitter.com/tdQPrC7CaK— @KashishBihar (@KashishBihar) September 28, 2020
बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इसके साथ ही बिहार में राजनैतिक जनसभाओं में भी तेजी आयी है। चुनाव में एक माह का समय बचा है लेकिन अभी भी एनडीए में सीटों के बंटवारें पर बात चल रही है। वहीं राजद नीत महागठबंधन में भी उठा-पटक का दौर जारी है।
इस बीच बिहार में तीसरे मोर्चे के गठन की सुगबुगाहट भी सुनायी दे रही है। दरअसल रालोसपा चीफ उपेन्द्र कुशवाहा बसपा, जन अधिकार पार्टी, एआईएमआईएम और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ेके नेताओं के साथ बातचीत में जुटे हैं। हालांकि अभी तक कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है लेकिन यदि बिहार में तीसरा मोर्चा बनता है तो इससे चुनावी टक्कर रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है।