बिहार चुनाव में अब कुछ ही हफ्तों का समय बचा है और राज्य में सियासत अपने चरम पर है। राजनीतिक दलों ने दूसरे चरण के उम्मीदवारों की घोषणा शुरू कर दी है। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने दूसरे चरण के 53 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने 7 बागी बीजेपी नेताओं को टिकट दिया है। वहीं 53 सीटों में पांच सीटें ऐसी हैं जिसपर लोजपा ने बीजेपी के सामने अपना उम्मीदवार उतारा है।

एलजेपी ने गोविंदगंज और लालगंज में अपने उम्मीदवार उतरे हैं। इसके अलावा राघोपुर, रोसड़ा और भागलपुर में भी एलजेपी ने उम्मीदवार उतारा है। लोजपा की सूची में ब्राह्मण, भूमिहार और दलितों को जमकर टिकट दिया गया है। एलजेपी ने बीजेपी से आए गौड़ा बौराम से राजीव कुमार ठाकुर, दरभंगा ग्रामीण से प्रदीप ठाकुर, महाराजगंज-कुमार देव रंजन सिंह एकमा से कामेश्वर सिंह, बनियापुर-तारकेश्वर सिंह, जीरादेई-विनोद तिवारी, रघुनाथपुर से मनोज कुमार सिंह को मैदान में उतारा है।

वहीं चौंकाने वाली बात यह है कि एलजेपी ने राघोपुर से भी अपना उम्मीदवार उतारा है। यहां राजद के टिकट पर तेजस्वी यादव चुनाव लड़ रहे हैं। चिराग पासवान का कहना है कि वे सीएम नहीं बनाना चाहते। एलजेपी अध्यक्ष ने कहा “मैं 2020 में बिहार में बीजेपी का सीएम चाहता हूं।” वहीं चिराग ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें मोदी की तस्वीर लगाने की जरूरत है क्योंकि अनुच्छेद 370, सीएए, एनआरसी जैसे मुद्दों पर उन्होंने मोदी का विरोध किया है।

चिराग ने कहा ” मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं हमेशा भाजपा के साथ हूं। मेरा संकल्प 10 तारीख को बिहार में डबल इंजन की सरकार बनाने का है। यहाँ एलजेपी और बीजेपी की सरकार बने यही मेरा संकल्प है।” लेकिन चिराग पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने हमला बोला है और उन्हें वोटकटवा पार्टी करार दिया है। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए में बीजेपी-जेडीयू-वीआईपी और हम पार्टी शामिल हैं।

बता दें बांकीपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं बिहार की सियासत के दिग्गज नेता माने जाने वाले शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सुभाषिनी अपने पिता शरद यादव के संसदीय क्षेत्र रहे मधेपुरा इलाके की बिहारीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी।