दो साल से फरार करोड़ों रुपए की ठगी का आरोपी सिपाही सुनील कुमार दो दिन पहले आरा में पुलिस के चंगुल में फंस गया। पूछताछ में कबूला कि उसने कई पुलिसकर्मियों और अफसरों से धन लिए हैं। बताया कि पैसे को उसने शेयर मार्केट में लगाया था, लेकिन घाटा हो जाने के कारण वह पैसे चुका नहीं पाया। हालांकि कुछ लोगों को उसने वापस किए भी हैं। शनिवार को कोर्ट में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया। फरारी के दौरान उसने खूब मौज-मस्ती भी की।

देर रात तक होती रही पूछताछ :  गिरफ्तारी के बाद देर रात तक पुलिस टीम उससे पूछताछ करती रही। जेल जाने से पहले उसने अपनी मां, पिता और भाई से बातचीत की। कहा कि उसकी मंशा पैसे ठगने की नहीं, शेयर मार्केट से कमाने की थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस वजह से वह वापस नहीं कर सका। एक पुलिसकर्मी से 35 लाख रुपए लिए थे। उसे वापस नहीं कर पाने पर रांची में स्थित प्रापर्टी को उसके नाम एग्रीमेंट कर दिया। एक अन्य सिपाही ने बताया कि उससे उसने एक लाख रुपए लिए थे, लेकिन उसने सिर्फ 60 हजार रुपए वापस किए।

गिरफ्तारी की सूचना पर पहुंचे कई शिकार : सिपाही सुनील कुमार के पकड़े जाने की सूचना पर ठगी के शिकार कई लोग थाना इशाकचक पहुंच गए। इशाकचक इंस्पेक्टर संजय कुमार सुद्धांशु ने कहा कि सिपाही राजेश कुमार के बयान पर दर्ज रिपोर्ट में उसे जेल भेजा गया है। शेष पुलिसकर्मियों को गवाह बनाकर अलग से दूसरी एफआईआर दर्ज की जा रही है।

National Hindi News, 23 September 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

54 लोगों को ठगने की बात स्वीकारी : पूछताछ में सुनील ने बताया कि उसने 54 लोगों से पैसे लिए हैं, लेकिन जांच में छह अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं। शेयर मार्केट में पैसे लगाकर लोगों को फायदे पहुंचाने के नाम पर सुनील ने आठ करोड़ से अधिक रुपए ठग लिए। रुपए देने वालों में कई डीएसपी और थानेदार भी शामिल हैं।

ठगी के पैसे से अय्यासी भी की : सिपाही सुनील ने करोड़ों रुपए ठगने के बाद मस्ती भरी जिंदगी जीने लगा। शहर के एक होटल में उसके नाम से एक कमरा हमेशा बुक रहता था। वहां विभाग से लेकर बाहर की महिलाएं और लड़कियां आती थीं। पूछताछ में सिपाही ने बताया कि अब कुछ छिपा नहीं रह गया है।