गंगानदी पार भागलपुर का नवगछिया इलाका इन दिनों फिर बदमाशों के शिकंजे में है। आए दिन अपहरण, हत्या और लूट की वारदातें हो रही हैं। मगर एक साथ चार लड़कों को अगवा कर लेने की वारदात को अंजाम देकर गुंडों ने खौफ पैदा कर दिया है। पुलिस को आशंका है कि इन चारों को खगड़िया जिले के परबत्ता ले जाकर हत्याकर लाशों को गंगानदी में फेंक दिया गया। इस तरह का सुराग मिलने का नवगछिया एसपी सुधीर कुमार दावा करते हैं। लेकिन इन चारों को जिंदा या मुर्दा बरामद करने की पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनोती है। अभी तक पुलिस को न कोई ठोस सबूत मिले हैं और न ही अगवा कर हत्या करने वाले अपराधी। अब यह मामला पहेली बनता जा रहा है।

ध्यान रहे कि 13 नवंबर से बिहपुर गौरीपुर के सौरभ कुमार उर्फ कारे और छोटू कुमार, खरीक नरकटिया के प्रदीप कुमार और श्रवण कुमार गायब हैं। ये चारों वॉलीबॉल के खिलाड़ी हैं। ये चारों आपस में दोस्त हैं और इनकी किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी। ऐसा इनके परिवारवाले बोलते हैं। इनमें श्रवण कुमार शादीशुदा हैं। एक साल पहले ही इनकी शादी तेतरी की अनोखी कुमारी से हुई थी। अनोखी ने दो महीने पहले ही बेटे को जन्म दिया है। बाकी तीनों कुंवारे हैं और इनकी उम्र 18-22 साल की है। 15 नवंबर को इन चारों के अगवा करने के बाबत थाना खरीक में 222/17 नंबर की एफआईआर दर्ज की गई थी।

हालांकि, भागलपुर रेंज के डीआईजी विकास वैभव इस मामले को लेकर काफी संजीदा हैं। सोमवार को 10 पुलिस अधिकारियों का विशेष जांच दल इन्होंने बनाया है। जिसमें भागलपुर, नवगछिया और खगड़िया के तीन डीएसपी, दो इंस्पेक्टर, और इन जिलों के पांच थानों के इंचार्ज को शामिल किया गया है। एसआईटी को कड़ी हिदायत के साथ चारों को ढूंढ निकालने और वारदात में शामिल बदमाशों को दबोचने का जिम्मा डीआईजी ने दिया है। शनिवार को वे खुद भी दियारा इलाके का पुलिस बल के साथ दौरा किए हैं। हत्या कर लाशों को गंगानदी में फेंक देने की आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ की टीम और दूसरे गोताखोरों को भी लगाया गया है।

साथ ही दियारा इलाके के शातिर बदमाशों की सूची बना पुलिस ने धरपकड़ अभियान चलाया है। एसटीएफ कांबिंग ऑपरेशन चला रही है। अवैध झोपड़ियों को उजाड़ा जा रहा है। इस सिलसिले में छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। 50 हजार के इनामी बदमाश मोती यादव को  गिरफ्तार करने में नाकामयाब थाना रंगरा के इंचार्ज एजे आजाद को डीआइजी ने लाइन हाजिर कर दिया। मसलन इस वाकए से पुलिस भी विचलित दिख रही है।

इसके बाबजूद एक हफ्ता गुजर जाने के बाद भी पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली है। और इन चारों बेकसूर लड़कों के घर पर सन्नाटा पसरा है। गांव वाले इनकी बरामदगी के लिए सड़क जाम, धरना प्रदर्शन कर गुहार लगा रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस कांड में खरीक गांव के पिंकू झा और इसके भाई सिक्सर झा के शामिल होने की चर्चा है। लेकिन ये भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। हालांकि, पुलिस की तहकीकात और दबिश लगातार जारी है। पुलिस के आलाधिकारी मामले पर निगाह रखे हुए हैं।