छात्रा के शरीर पर घर में घुस तेजाब उड़ेल देने के मामले में पीड़िता और उसकी मां के बयान के आधार पर राजा यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसएसपी आशीष भारती के मुताबिक तेजाब से झुलसी छात्रा का इलाज बनारस के बर्न अस्पताल में चल रहा है। जहां उसकी हालत पहले से मामूली तौर पर बेहतर है। पुलिस की टीम महिला थानेदार रीता कुमारी के नेतृत्व में बयान दर्ज करने रविवार को बनारस भेजी गई थी। इधर सड़कों पर कालेज-स्कूल के स्टूडेंटों ने जुलूस निकाल छात्रा को न्याय दिलाने की गुहार डीएम दफ्तर तक जाकर लगाई।

इस मामले में अब-तक दो संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मगर नकाबपोश तीन गुंडों को ढूंढने में पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है। भागलपुर के आईजी विनोद कुमार, डीआईजी विकास वैभव खुद पीड़िता के घर का मुआयना किए है। तकनीकी अनुसंधान चल रहा है। गुंडों के मौके पर छूटे सामान का खोजी तरीके से जांच की जा रही है। दबोचे गए बदमाशों की निशानदेही पर पूछताछ की जा रही है। अबतक एक दर्जन संदिग्धों से पुलिस हिरासत में ले तहकीकात कर चुकी है।

फिर भी भागलपुर के लोगों को संतोष नहीं हो रहा है  और सड़कों पर उतर पीड़िता को न्याय की गुहार लगा रहे है। इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, एनएसयूआई, सुंदरवती महिला कॉलेज की छात्राएं है। कुछ संस्थाएं पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दिलाने के वास्ते आगे आई है। एसएसपी ने बताया कि तेजाबी हमले के वाकए में पीड़िता को अधिकतम सात लाख रुपए मुआवजा देने का नियम है। इसके लिए प्रस्ताव बनकर भेजा गया है। कानूनी प्रक्रिया जारी है। जल्द ही आर्थिक सहयोग मिल जाने की उम्मीद है।

इधर कुछ शरारती तत्वों ने मौके का फायदा उठाने की कोशिश की है। सोशल मीडिया फेसबुक, वाट्सएप पर पीड़िता के दम तोड़ देने की अफवाह फैला समाज में माहौल खराब करने की फिराक में लगे है। इस पर फौरन रोक लगाने की हिदायत डीआईजी विकास वैभव ने एसएसपी को दी है। उन्होंने ऐसे तत्वों पर उनकी पोस्ट का स्क्रीन शार्ट लेकर आपराधिक कानून की दफा 107 के तहत कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने भी गहरा दुख प्रकट करते हुए कांड में आरोपियों को गिरफ्तार कर त्वरित कानूनी प्रक्रिया अपनाकर तीन महीने के अंदर सजा दिलाने की एसएसपी को निर्देश दिया है।