बरेली इंटरसिटी एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर एक या दो से रवाना होती है। हालांकि, शनिवार शाम को यह प्लेटफार्म नंबर 6 पर खड़ी कर दी गई। इतना ही नहीं इसके आने-जाने की सही जानकारी को भी अनाउंस नहीं किया गया। इसकी वजह से पैसेंजर्स में काफी अफरा-तफरी का माहौल रहा। प्लेटफार्म नंबर एक व दो पर मौजूद पैसेंजर्स काफी परेशान दिखाई दिए।
बरेली इंटरसिटी एक्सप्रेस के गलत प्लेटफार्म पर खड़े होने के कारण यात्रियों में काफी देर तक तो भ्रम की स्थिति रही। उन सभी को यह भी नहीं पता था कि उन्हें कहां पर आना-जाना है। बरेली जाने वाले पैसेंजर ने बताया कि ऑनलाइन जानकारी के आधार पर भ्रम में पैसेंजर पहले हरिद्वार एक्सप्रेस में चढ़ गए। उन सभी को हरिद्वार एक्सप्रेस के पैसेंजर्स ने इसमें चढ़ने से रोका। हालांकि, थोड़ी ही देर बाद पता चला कि बरेली इंटरसिटी तो आई ही नहीं है। इसके बाद यात्रियों ने खूब जमकर हंगामा किया। इस बात की जानकारी मिलने के बाद रेलवे के अधिकारी हरकत में आए और मौके पर पहुंच गए। उन सभी ने लोगों को हुई परेशानी के लिए खेद जताया। इसके बाद प्लेटफार्म नंबर पांच पर वापस लाई गई ट्रेन में यात्रियों को बैठक करीब 76 मिनट की देरी से रवाना किया गया।
ट्रेनों में सफाई के लिए रेलवे ने बनाया नया प्लान
अधिकारियों ने क्या बताया?
नॉर्दर्न रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने अमर उजाला को बताया कि जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। लापरवाही बरतने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनके मुताबिक प्लेटफार्म संख्या 6 पर शाम 6:21 से बरेली इंटरसिटी ट्रेन खड़ी होने की जानकारी करीब 7:00 हुई। उसे बैक करके प्लेटफार्म नंबर पांच पर रात 7:30 लाया गया। इस संबंध में स्टेशन मास्टर अनुराधा से एक्सप्रेस के आने-जाने में प्लेटफार्म संख्या 6 पर पहुंचने का कारण भी पूछा गया था। हालांकि, इसका कोई भी सही जवाब नहीं मिला।
बाद में प्लेटफार्म पर ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल कमल सिंह और सेक्टर इंचार्ज सहायक उप निरीक्षक धनेश्वर दयाल ने यात्रियों को समझा बूझाकर शांत करवाया। साथ ही, प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर ट्रेन में भी उन सभी को बैठा दिया। हालांकि, इसके बाद बरेली इंटरसिटी को रात 7:30 के बाद ही रवाना किया गया। एक्सप्रेस के प्लेटफार्म पर खड़ा होने के पीछे टाकने की खराबी को ही वजह बताया जा रहा है। भारत पाकिस्तान तनाव के बीच रेलवे का बड़ा ऐलान