कश्मीर में हिमस्खलन और पहाड़ धंसकने से नौ लोग मर गए हैं। चार लोग 24 घंटे से भी ज्यादा समय से चट्टानों के बीच फंसे हुए हैं। मृतकों में तीन पुलिसकर्मी, दो दमकल कर्मी और दो कैदी शामिल हैं, जो कुलगाम जिले में जवाहर सुरंग के पास पुलिस पोस्ट पर बर्फ का पहाड़ गिरने से दब गए थे। वहां फंसे जवानों में से सिर्फ तीन को जिंदा बचाया जा सका। कोकरनाग इलाके में हिमस्खलन में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई है। राहत और बचाव कार्य में सेना उतार दी गई है। जम्मू-कश्मीर के 22 में से 16 जिलों में अगले 24 घंटों तक जबरदस्त हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। 98 परिवारों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान का ब्योरा साझा किया है। दोपहर बाद हिमस्खलन के दौरान कुलगाम में जवाहर सुरंग के पास स्थित पुलिस पोस्ट पर बर्फ का पहाड़ गिर गया। इस हादसे में कुल 10 लोग- छह पुलिसकर्मी, दो दमकल कर्मी और दो कैदी दब गए। इसमें से तीन पुलिसकर्मियों को जीवित निकाला जा सका। बाकी के शव निकाले गए। इसके अलावा कोकरनाग इलाके में हिमस्खल की चपेट में आकर एक परिवार के चार लोग दब गए। हिमस्खलन से उनका मकान तबाह हो गया। दंपति की मौत हो गई लेकिन उनके दो बच्चों को बचा लिया गया। बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सेना के प्रवक्ता के मुताबिक, शुक्रवार को तेज हवाओं और भारी बर्फबारी के बीच बचाव दल को सुरंग तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गुरुवार को हिमस्खलन से कुलगाम जिले में सुरंग का काजीगुंड की तरफ वाला उत्तरी हिस्सा प्रभावित हुआ था। यहां 10 पुलिसकर्मी फंस गए थे, लेकिन सभी बच निकले। उत्तरी रामबन इलाके में भी तगड़ी बर्फबारी हुई है। कई जगह से लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। रामसू-रामबन सेक्टर में हुए हिमस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनके शव शुक्रवार सुबह बरामद कर लिए गए थे। उनकी पहचान पश्चिम बंगाल के संजीत लकड़ा और हिमाचल प्रदेश के प्रमोद मनकोटिया के रूप में की गई है।

कश्मीर घाटी में गुरुवार से तेज बर्फबारी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ स्थानों पर पांच फीट तक बर्फ गिरी है। कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर हाईवे हिमस्खलन की वजह से लगातार तीसरे दिन बंद है। उधर, कश्मीर-लेह हाईवे दिसंबर से अब तक नहीं खोला जा सका है। इससे लेह क्षेत्र देश के बाकी हिस्से से कटा हुआ है। अधिकारियों ने वाल्टांगू नार, कुंड, कुलगाम, गंदेरबल से 98 परिवारों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।

इस बीच, कश्मीर के करीब 180 छात्रों को ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) की परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को वायुसेना के खास विमान से जम्मू भेजा गया। जम्मू में रविवार को ये छात्र परीक्षा में बैठेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि भारी बर्फबारी की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने और उड़ानों के रद्द होने की वजह से घाटी का संपर्क शेष दुनिया से कट गया है। इसको देखते हुए राज्य प्रशासन ने वायु सेना के साथ मिलकर गेट परीक्षा में जम्मू में हिस्सा लेने वाले छात्रों के लिए उड़ान की व्यवस्था की। उन्होंने बताया कि 179 छात्र शुक्रवार दोपहर श्रीनगर हवाई अड्डे से सी-17 विमान से रवाना हुए।