अतीक अहमद मर्डर केस में शामिल सनी के भाई पिंटू सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह ऐसे ही घूमता फिरता था। उसके खिलाफ मामले भी दर्ज है लेकिन कितने यह जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि वह यहां नहीं रहता, हम अलग रहते हैं। हम तीन भाई थे, एक की मौत हो चुकी है। पिंटू ने कहा कि उसे जानकारी नहीं थी कि उनका भाई अतीक अहमद मर्डर केस में लिप्त है। वह बचपन में ही भाग गया था।
सनी हमीरपुर का रहने वाला है, उसका भाई पिंटू भी यहीं रहता है। मीडिया रिपोर्ट्स में आशंका जताई जा रही है कि शूटर सनी किसी बड़े गैंग से जुड़ा है। उसने अतीक पर हमला करने के लिए जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया, वह जिगाना पिस्टल है। यह एक मेड इन तुर्किये पिस्टल थी।
सनी के अलावा पुलिस एक एक अन्य शूटर अरुण के घर यूपी पुलिस पहुंच चुकी है। अरुण मौर्य यूपी के कासगंज के सौरों इलाके का रहने वाला है। पुलिस अरुण की चाची से पूछताछ कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अरुण पिछले 6 सालों से घर से बाहर है।
बांदा के लवकेश तिवारी की मां ने बताया कि वह भगवान का भक्त था, बिना संकटमोचन के दर्शन किए चाय नहीं पीता था, उसे मंडली भी साथ ले जाती थी। पता नहीं उसके नसीब में क्या लिखा है, कुछ समझ नहीं आता। वो एक हफ्ते पहले घर आया था। तब से फोन स्विच ऑफ आ रहा था
‘फेमस होने के लिए की हत्या’
पुलिस को इन शूटर्स ने बताया कि ये लोग अतीक और अशरफ के गैंग का सफाया कर यूपी में अपने नाम की पहचान बनाना चाहते थे, जिसका फायदा भविष्य में इन्हें मिलता। FIR में कहा गया है कि शूटर्स ने कहा कि ये लोग पुलिस के घेरे का अनुमान नहीं लगा पाए और पुलिस ने तेज एक्शन लेते हुए इन्हें पकड़ लिया। इन शूटर्स ने पुलिस से कहा कि जह से अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी की जानकारी मिली, हम तभी से यहां मीडियाकर्मी बनकर रह रहे थे और इन्हें मारने की फिराक में थे।