सभी ने क्रिकेट में फैसला सिक्के से होते देखा होगा। लेकिन चुनावी मैदान पर भी ऐसा ही नजारा देखा गया। जहां प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला सिक्के ने तय किया। वो एक, दो नहीं बल्कि पूरे 6 कैंडीडेट सिक्के के दम पर जीते। दरअसल, असम पंचायत चुनाव में 6 सीटों पर बराबरी के वोट पड़े। इससे इलेक्शन और भी रोमांचक हो गया। इसके बाद सिक्के ने उम्मीदवारों की नैया पार लगाई।

यहां के काछर जिले में कांग्रेस उम्मीदवार इदरजान बोरभुइयां और निर्दलीय कैंडीडेट रंजना बेगम सोनई इलाके की सीट नंबर चार पर आमने सामने थी। दोनों को 125 मत मिले। इसके बाद दोबारा चुनाव कराना संभव न होता देख सिक्के की मदद ली गई। इसमें कांग्रेस उम्मीदवार इदरजान बोरभुइयां को किस्मत का सहारा मिला और वह विजयी घोषित कर दी गईं। इसके साथ ही पांच अन्य को चुनावी मैदान में सिक्के ने ही जीत दिलाई।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, लालामुख ग्राम पंचायत में आने वाले आंचलिक पंचायत कैंडीडेट, निश्चिंतापुर में तीन ग्राम पंचायत सदस्य और हइलाकंडी के पंचग्राम में एक प्रत्याशी को सिक्के ने जीत दिलाई। इस बारे में एक इलेक्शन अधिकारी ने बताया कि, दो निर्दलीय कैंडीडेट जवाहर लाल और संजीब नारायण लालामुख ग्राम पंचायत की तीन नंबर सीट पर आमने सामने थे। इन दोनों को भी एक सामन वोट मिले। लेकिन संजीब को सिक्के की मदद से जीत मिली। हालांकि इस चुनाव में सबसे अच्छी बात यह रही कि हारने वाले किसी भी उम्मीदवार ने विवाद नहीं किया। सभी ने फैसले को स्वीकार किया।

इन चुनावों में बीजेपी को कांग्रेस से ज्यादा सीटें मिली हैं। गुरुवार को स्टेट इलेक्शन कमीशन के सूत्रों ने जानकारी दी कि, असम पंचायत चुनाव में राज्य की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी ने अब तक आए रिजल्ट में में मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी कांग्रेस के मुकाबले 50 परसेंट अधिक सीटों पर विजयी हुई है।