बीएसएफ में फर्जीवाड़ा कर एक युवक द्वारा नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है। जांच में जब फर्जीवाड़े की बात सामने आई तो सिपाही को बुलाया गया। लेकिन इस बात की भनक सिपाही को पहले ही लग गई थी। जिसके चलते वो छुट्टी लेकर घर चला गया। जिसके बाद आरोपी सिपाही के घर पर पुलिस भेजी जाएगी।
कौन है आरोपी: आरोपी सिपाही का नाम ल्विथ ब्रह्मा है जो असम के चिरांग जिले के खबराबरी गांव का रहन वाला है।
क्या है मामला: थानाध्यक्ष उमेश कुमार के मुताबिक इस पूरे मामले की शिकायत बीएसएफ भोंडसी सेंटर के डिप्टी कमांडर ने की। जिनके मुताबिक आरोपी सिपाही अप्रैल 2017 से चार महीने की ट्रेनिंग के साथ साथ सभी टेस्ट किसी और से दिलवाए थे। वहीं ये मामला मार्च 2018 में संज्ञान में आया।
27 अगस्त को हुआ कंफर्म: सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी ने 27 अगस्त को अपनी रिपोर्ट पेश की जिसमें कहा गया कि सिपाही के फिंगरप्रिट्स और हस्ताक्षर उन फिंगरप्रिट्स और हस्ताक्षर से अलग थे जो भर्ती या ट्रेनिंग के वक्त लिए गए थे। जिसके बाद टीम ने आरोपी सिपाही के घर पर शिनाख्त की लेकिन वो वहां नहीं मिला। वहीं आरोपी 10 मई 2018 से फरार है।
कैसे हुआ मामले का खुलासा: इस पूरे मामले पर बीसीएसएफ के एक अफसर ने कहा कि इस बात का खुलासा एक रूटीन चेकअप में हुआ जब सिपाही की हाइट हमारे पास जमा डॉक्यूमेंट्स में लिखित हाइट से कम निकली। बता दें कि लिखित और शारीरिक परीक्षा असम में हुई थी। जहां किसी और शख्स ने आरोपी के नाम से सारी प्रक्रिया पूरी की।
आरोपी सिपाही ने ज्वाइन किया कैंप: 17 अप्रैल 2017 को आरोपी सिपाही ब्रह्मा ने भोंडसी में ट्रेनिंग कैंप ज्वाइन किया। जिसके बाद मार्च 2018 तक बीएसएफ को इस बारे में कुछ भी नहीं पता चल पाया। जब तक फिर से मेडिकल कैंप नहीं हुआ।
भोंडसी थाना में मामला दर्ज: इस पूरे भर्जीवाड़े की शिकायत बीएसएफ कैंप ने भोंडसी पुलिस थाने में की। जिसके बाद पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वहीं आरोपी सिपाही की शिनाख्त शुरू कर दी है।