उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार (15 अप्रैल, 2023) को गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को मेडिकल के लिए प्रयागराज मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने दोनों पर गोलियां चला दीं। मेडिकल के लिए जाते समय दोनों मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। तभी किसी ने अतीक की कनपट्टी पर बंदूक रखकर गोली चला दी और फिर दोनों पर फायरिंग कर दी गई। इसके बाद दोनों जमीन पर गिर गए। पुलिस ने हमलावरों को पकड़ लिया है। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है।
ये थे अशरफ के आखिरी शब्द
मेडिकल के लिए जाते समय मीडिया ने पूछा कि असद अहमद के अंतिम संस्कार पर नहीं ले जाया गया इस पर क्या कहना है। इसके जबाव में अतीक बड़बड़ाता हुआ बोला- नहीं ले गए तो नहीं गए। वहीं, गोली लगने से ठीक पहले अशरफ के आखिरी शब्द थे- ‘मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम’, तभी अतीक के सिर पर पिस्टल लगाकर किसी ने गोली चला दी। इसके बाद हमलावर के दो अन्य साथियों ने दोनों को निशाना बनाकर कई राउंड फायरिंग की। दो दिन पहले ही अतीक के बेटे असद अहमद और उसके एक सहयोगी शूटर गुलाम की झांसी में एनकाउंटर में मौत हो गई थी। ये दोनों उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी थे और हत्या के बाद से ही फरार थे। इसमें एक और आरोपी गुड्डु मुस्लिम भी फरार है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात यहां एक मेडिकल कॉलेज के पास अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। गोलीबारी की घटना कैमरे में दर्ज हुई है क्योंकि मेडिकल जांच के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जाने के दौरान मीडियाकर्मी उनके साथ चल रहे थे। कम से कम दो व्यक्तियों को अहमद और उसके भाई पर करीब से गोली चलाते हुए देखा गया, जो गोली लगने के बाद जमीन पर गिर गए। हालांकि, पुलिस ने जल्द हमलावरों को पकड़ लिया। सनसनीखेज हत्या के बाद इलाके में तनाव है। अहमद और अशरफ के गोलियों से छलनी शवों को मौके से हटा लिया गया है। दोनों को 2005 के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में सुनवाई के लिए यहां लाया गया था। झांसी में 13 अप्रैल को अहमद का बेटा असद और उसका एक साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये थे। दोनों के शव को शनिवार सुबह दफनाया गया।