आसाराम ने शुक्रवार (13 मई) को एक नियमित सुनवाई के बाद अदालत कक्ष से बाहर आते हुए कहा कि कानून ‘अंधा’ है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘कानून अंधा है। यहां किसी को भी जेल भेजा जा सकता है। एक लड़की ने कुछ कह दिया इसलिए इतने लोगों को परेशान किया जा रहा है।’ उन्होंने दावा किया कि वह दर्जनों बीमारियों से पीड़ित हैं और इसके लिए उनकी ‘विशिष्टि चिकित्सा’ की जरूरत है।
उन्होंने दावा किया कि उनकी स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं आपसे बात करना चाहता हूं लेकिन बीमार हूं।’ आसाराम के छिंदवाड़ा स्थित गुरुकुल की एक नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के नजदीक अपने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया। लड़की की शिकायत के बाद जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को आसाराम को गिरफ्तार किया और तब से वह जेल में हैं।