Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव से पहले राजनीति से बड़ी जानकारी सामने आ रही है। समाजवादी पार्टी की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) इंडिया अलायंस से अलग अकेले चुनाव लड़ेंगी। पल्लवी पटेल ने फूलपुर, कौशाम्बी और मिर्जापुर पर अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। पल्लवी पटेल इस समय समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक हैं।
राज्यसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल और सपा मुखिया अखिलेश यादव के बीच अनबन की खबर सामने आई थी। टिकट बंटवारे से नाराज होकर पल्लवी ने समाजावादी पार्टी के सिर्फ एक उम्मीदवार को पीडीए के नाम पर वोट किया। दरअसल, पल्लवी पटेल ने जया बच्चन और आलोक रंजन को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर टारगेट किया था। उन्होंने पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए राजनीति से हटने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को घेरा था। वोटिंग को लेकर अखिलेश और पल्लवी के बीच बहस की भी जानकारी सामने आई थी।
फूलपुर सीट पर पल्लवी पटेल की थी नजर
फूलपुर पर नजर समाजवादी पार्टी से विधायक पल्लवी पटेल की भी थी। वह बीते विधानसभा चुनाव में कौशाम्बी की सिराथू सीट से केशव प्रसाद मौर्य को करारी शिकस्त दे चुकी हैं। वह चाहती थीं कि फूलपुर से इंडिया गठबंधन के साथ खुद या उनकी मां कृष्णा पटेल को उतारा जाए। इसके लिए वह दावेदारी भी कर चुकी हैं।
फूलपुर से सोनेलाल ने लड़ा था चुनाव
अपना दल के संस्थापक डॉ सोनेलाल पटेल की फूलपुर कर्मस्थली मानी जाती है। 1995 में गठित पार्टी को खड़ा करने में बड़े सहयोगी यहीं से मिले। साल 2009 में उनके निधन के बाद पार्टी दो हिस्सों (अपना दल एस और अपना दल कमेरावादी) में बंट गई। एक की कमान पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल और बड़ी बेटी पल्लवी पटेल के हाथों में है। वहीं, दूसरे की कमान अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल के हाथों में हैं।