ताजमहल में नमाज और पूजा करने के मुद्दे पर तनाव बढ़ता जा रहा है। अब खबर आयी है कि हिंदूवादी संगठन अन्तरराष्ट्रीय हिंदू परिषद से ताल्लुक रखने वाली 3 महिलाओं ने शनिवार को ताजमहल परिसर में पूजा की। महिलाओं द्वारा पूजा करते हुए एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें महिलाएं धूपबत्ती जलाकर और गंगाजल अर्पित कर पूजा करती दिखाई दे रही हैं। अन्तरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की अध्यक्ष मीना देवी ने इस घटना का वीडियो जारी किया है। उनका कहना है कि यदि मुस्लिमों को नमाज पढ़ने की इजाजत है तो फिर हम भी ‘तेजोमहालय’ में पूजा कर सकते हैं। बता दें कि कुछ हिंदूवादी संगठन और लोग मानते हैं कि ताजमहल बनने से पहले यहां एक शिव मंदिर ‘तेजोमहालय’ था और यही वजह है कि ये लोग यहां पूजा करने पर अड़े हैं।
वहीं ताजमहल की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ ने महिलाओं द्वारा ताजमहल की मस्जिद में पूजा की करने की किसी भी घटना की जानकारी होने से इंकार कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि सीआईएसएफ के जवानों के मस्जिद में प्रवेश करने की इजाजत नहीं है। वहीं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का इस घटना पर कहना है कि उन्होंने अपने स्टाफ को मौके पर भेजा है, लेकिन वहां से धूप या पूजा का कोई सामान बरामद नहीं हुआ है। स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गई है साथ ही सीआईएसएफ से सीसीटीवी फुटेज की मांग की गई है, ताकि उससे घटना की जांच की जा सके। भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यदि सीसीटीवी फुटेज में घटना की पुष्टि हुई तो आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि इस पूरे विवाद की शुरुआत बीते मंगलवार से हुई थी। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में ताजमहल के अंदर नमाज पढ़ने पर बैन लगा दिया था और सिर्फ शुक्रवार को और वो भी स्थानीय लोगों को ताजमहल में नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद बीते मंगलवार को कुछ मुस्लिमों ने ताजमहल में नमाज पढ़ी। जिस पर बजरंग दल के एक नेता ने तीखा बयान देते हुए कहा था कि ‘यदि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मुस्लिम ताजमहल में नमाज पढ़ेंगे तो वो भी ताजमहल में पूजा करेंगे।’ वहीं हिंदूवादी महिलाओं द्वारा ताजमहल की मस्जिद में पूजा करने पर मस्जिद के इमाम ने नाराजगी जतायी है और कहा है कि मस्जिद में पूजा करना गलत है और जिन्होंने ऐसा किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।