उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से दिल को दहला देने वाली एक वारदात सामने आई है। यहां एक 50 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। दरिंदो ने महिला के साथ पहले रेप किया और फिर उसे अधमरी हालत में फेंक कर चले गए। हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए दरिंदों ने महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज भी डालने की कोशिश की, जिससे महिला के शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आई हैं।

इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना तब हुई जब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के रूप में काम करने वाली 50 वर्षीय पीड़िता रविवार शाम एक मंदिर में पूजा करने गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गयी, जिससे उसके आंतरिक हिस्से में कई चोटें आई हैं। शव परीक्षण के अनुसार, हमले के दौरान महिला की पसलियां भी टूट गईं थी और उसके बाएं फेफड़े को भी नुकसान पहुंचा गया था। रिपोर्ट में महिला कि मौत का कारण अत्यधिक रक्तस्राव और सदमा बताया गया है।

पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार है, जिनकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस की चार टीमें गठित की गयी है और पुलिस द्वारा दबिशें दी जी रही है। मीडिया से बात करते हुए, पीड़ित के बेटे ने कहा कि रात में उनकी मां को अधमरी हालत में उनके घर पर एक पुजारी सहित तीन लोग फेक कर गए थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस पर भी लापरवाही के बड़े आरोप लग रहे हैं। कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पुलिस ने पहले तो आंगनबाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या की घटना को झूठा बताकर महिला की कुएं में गिरने से मौत होने की बात कही थी। आलाधिकारियों के संज्ञान में आने व मीडिया में मामला आने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और 48 घंटे बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया। लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है।