आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में रहने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया है। व्यक्ति पर आरोप है कि उसने पोस्ट कर माओवादियों से स्थानीय विधायक को सजा देने को कहा है। आरोपी व्यक्ति स्थानीय विधायक द्वारा अपना काम ठीक तरह से नहीं करने के चलते नाराज बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने विधायक उप्पुलेती कल्पना की शिकायत पर आरोपी गोरीपार्थी नागभूषण यादव के खिलाफ आंध्र प्रदेश एससी-एसटी एक्ट, 1989 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विधायक ने अपनी शिकायत में कहा है कि ‘इस पोस्ट से उनकी जान को खतरा पैदा हो गया है। पोस्ट में चरमपंथियों को उन पर हमले के लिए उकसाया गया है, साथ ही इस पोस्ट से उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई है।’
विधायक उप्पुलेती कल्पना ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपी ने दो बार यानि कि 21 अगस्त और उसके बाद 23 सितंबर को सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ पोस्ट की। पहली पोस्ट में विधायक के वाईएसआर कांग्रेस छोड़कर तेलगुदेशम पार्टी में जाने की आलोचना करते हुए कहा गया है कि विधायक ने पार्टी ऐसे बदली है, जैसे वह अपनी साड़ी बदलती हैं। वहीं दूसरी पोस्ट में माओवादियों को संबोधित करते हुए कहा गया है कि वह विधायक किदारी सर्वेश्वरा राव की हत्या कर सिर्फ अराकु में ही क्यों रुक गए? पोस्ट में माओवादियों को सलाह दी गई है कि उन्हें अमरावती भी आना चाहिए और ऐसी ही सजा काम ना करने वाले अन्य विधायकों को भी देनी चाहिए।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, विधायक कल्पना ने कहा है कि ‘यह पोस्ट साफ इशारा है कि अराकु विधायक किदारी सर्वेश्वरा राव और पूर्व विधायक शिवेरी सोमा की हत्या में वाईएसआर कांग्रेस का हाथ है। साथ ही इस मुद्दे पर वाईएसआर के नेता वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी की चुप्पी और पीड़ित परिवार से उनका मुलाकात ना करना भी संदेहास्पद है।’ बता दें कि बीती 23 सितंबर को विधायक सर्वेश्वरा राव और पूर्व विधायक शिवेरी सोमा की हत्या कर दी गई थी। दोनों नेता एक गांव में आयोजित हुए सरकार के एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे। तभी घात लगाए बैठे माओवादियों ने उनकी हत्या कर दी थी। उल्लेखनीय है कि उप्पुलेती कल्पना भी इससे पहले वाइएसआर का ही हिस्सा थीं, लेकिन साल 2016 में जिन 22 विधायकों ने टीडीपी की सदस्यता ग्रहण की थी, उनमें उप्पुलेती कल्पना का नाम भी शामिल था।