आंध्र प्रदेश में नई सरकार का गठन हो चुका है। इस चुनाव में टीडीपी और एनडीए के गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिली थी, YSR कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। अब नई सरकार में मंत्रियों का ऐलान भी हो गया है। सीएम नायडू से लेकर डिप्टी सीएम पवन कल्याण तक को उनके मंत्रालय मिल गए हैं।

किसे कौन सा मंत्रालय मिला?

सीएम चंद्रबाबू नायडू लॉ एंड ऑडर और पब्लिक इंटरप्राइज मंत्रालय अपने पास रखने वाले हैं। डिप्टी सीएम पवन कल्याण को पंचायती राज, ग्रामीण विकास एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, पर्यावरण, वन, विज्ञान एवं तकनीक मंत्रालय दे दिया गया है। इसी तरह नारा लोकेश को मानव संसाधन एवं विकास, आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। एक और बड़े नेता किंजरप्पु अच्चन्नैदु को कृषि, सहयोग, विपणन, पशुपालन जैसे अहम विभाग दिए गए हैं।

मंत्रीमंत्रालय
चंद्रबाबू नायडूकानून एवं व्यवस्था, सार्वजनिक उद्यम
पवन कल्याणपंचायती राज, ग्रामीण विकास
नारा लोकेशमानव संसाधन विकास
किंजरापु अचन्नैदकृषि; सहयोग, विपणन, पशुपालन
कोल्लू रवीन्द्रखान एवं भूविज्ञान
नाडेंडला मनोहरखाद्य एवं नागरिक आपूर्ति
पोंगुरू नारायणनगरपालिका प्रशासन एवं शहरी विकास
अनिता वंगालापुडीगृह मामले एवं आपदा प्रबंधन
सत्य कुमार यादवस्वास्थ्य; परिवार कल्याण
निम्माला रामानायडूजल संसाधन विकास
नस्याम मोहम्मद फारूककानून एवं न्याय; अल्पसंख्यक कल्याण
अनम रामनारायण रेड्डीधर्मस्व
पय्यवुला केशववित्त; योजना
अनगनि सत्य प्रसादराजस्व, पंजीकरण
कोलुसु पार्थसारथीआवास
डोला बाला वीरांजनेय स्वामीसमाज कल्याण; विकलांग एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण
गोत्तीपति रवि कुमारऊर्जा
कंदुला दुर्गेशपर्यटन, संस्कृति और छायांकन
गुम्मदी संध्या रानीमहिला एवं बाल कल्याण; जनजातीय कल्याण
बीसी जनार्दन रेड्डीसड़कें एवं इमारतें
टी.जी. भरतउद्योग एवं वाणिज्य
एस सविताबीसी कल्याण
वासमसेट्टी सुभाषश्रम, कारखाने
कोंडापल्ली श्रीनिवासMSME
मंदीपल्ली रामप्रसाद रेड्डीपरिवहन; युवा

एनडीए की सबसे बड़ी जरूरत हैं नायडू

बाकी सभी मंत्रियों के पोर्टफोलियों की लिस्ट भी सामने आ गई है। सत्य कुमार यादव राज्य के नए स्वास्थ्य मंत्री बनने जा रहे हैं, उनके साथ पयावुला केशव को वित्त मंत्रालय सौंप दिया गया है। यह गठबंधन की सरकार है, ऐसे में पवन कल्याण से लेकर बीजेपी खेमे तक से कुछ मंत्रियों को कैबिनेट में जगह दी गई है।

जानकारी के लिए बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा था। बीजेपी और टीडीपी ने साथ मिलकर 25 में से 21 सीटें जीत ली थीं। इसी तरह विधानसभा चुनाव में भी क्लीन स्वीप करते हुए 150 से ज्यादा सीटें जीतीं। उस प्रदर्शन की वजह से टीडीपी को इस बार केंद्र में भी एक मंत्री पद मिला है। सरकार चलाने में उनके समर्थन की जरूरत पूरे पांच साल तक रहने वाली है।

नायडू को साथ रखना चुनौती

बड़ी बात यह है कि नायडू को साथ रखना एक चुनौती भी रहने वाला है। जानकार बताते हैं कि वे अपनी मांगों को लेकर काफी मुखर रहते हैं और आसानी से समझौता भी कभी नहीं करते। इस बार भी आंध्र प्रदेश के लिए विशेष पैकेज और अमरावती को विकसित राजधानी बनाने को लेकर गहन मंथन होने वाला है।