तेलंगाना पुलिस ने रविवार को युवजन श्रमिक रायथू तेलंगाना पार्टी (YSRTP) की प्रमुख वाईएस शर्मिला (YS Sharmila) को रविवार को हिरासत में ले लिया। महबूबाबाद के विधायक (Mahabubabad MLA) और बीआरएस नेता शंकर नाइक के खिलाफ कथित रूप से अनुचित टिप्पणी करने के आरोप में पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
महबूबाबाद शहर में किसी भी कानून और व्यवस्था की समस्या से बचने के लिए पुलिस उन्हें हैदराबाद (Hyderabad) ले गई। पुलिस ने वाईएस शर्मिला के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और एससी एसटी पीओए अधिनियम की धारा 3 (1)R (section 3(1)r of the SC ST POA Act) के तहत मामला दर्ज किया।
शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए वाईएस शर्मिला (YS Sharmila) ने महबूबाबाद के विधायक पर अपने वादे पूरे नहीं करने के लिए कथित तौर पर हमला करते हुए कहा था, “आपने लोगों से कई वादे किए, जिन्हें आपने पूरा नहीं किया। यदि आप अपने वादे पूरे नहीं कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप कोज्जा हैं।”
इस घटना के बाद भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने महबूबाबाद विधायक के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए वाईएस शर्मिला के खिलाफ जिले में धरना दिया था। सड़क पर प्रदर्शनकारी “शर्मिला वापस जाओ” के नारे लगाकर और पार्टी के होर्डिंग और फ्लेक्स जलाकर YSTRP प्रमुख के खिलाफ अपना रोष दिखा रहे थे।
बता दें कि नवंबर 2022 में शर्मिला रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के आधिकारिक निवास के बाहर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी पदयात्रा के दौरान टीआरएस के लोगों द्वारा उनके और पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया था। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के आवास से एक किलोमीटर की दूरी पर पुलिस ने उनको रोक लिया था और उन्हें हिरासत में ले लिया गया था।
वहीं इसके बाद पुलिस ने शर्मिला को गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश किया था, जहां से उन्हे बेल मिल गयी थी। इस मामले को लेकर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने भी बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी कार को क्रेन से उठवा लिया जाना परेशान करने वाली घटना है।