गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। गुजराती में लिखे एक फेसबुक पोस्ट के जरिए उन्होंने बताया कि वह राज्य के सीएम का पद छोड़ रही हैं। बता दें कि नरेंद्र मोदी के देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद आनंदीबेन को गुजरात की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

सूत्रों के मुताबिक गुजरात सीएम आनंदीबेन के फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि वह नंवबर में 75 साल की हो जाएंगी और इस नाते वह इस्तीफे की पेशकश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुझे जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाए। आनंदीबेन ने कहा कि चूंकि गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले है और जनवरी से वाइब्रेंट गुजरात कार्यक्रम का आयोजन होना है, ऐसे में उन्हें समय रहते हुए सीएम कुर्सी छोड़ देनी चाहिए, ताकि आने वाले नए मुख्यमंत्री को पूरा समय मिल सके।

आनंदीबेन ने अपने चिट्ठी में लिखा है कि उन्होंने पहले भी इस बात की जानकारी पार्टी आलाकमान को दे दी थी कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से मुक्त किया जाए। एक फिर चिट्ठी लिखकर उन्होंने फिर आलाकमान तक अपनी बात पहुंचाई है।

बताया जा रहा है कि आनंदीबेन की इस्तीफा देने की वजह राज्य में दलितों पर हुए अत्याचार को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन और पाटीदार आंदोलन है। दलित समुदाय के लोग राज्य सरकार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगा रहे हैं। गौरतलब है कि गुजरात के उना में गौरक्षकों द्वारा चार दलितों को पिटाई का मामला सामने आने के बाद से आनंदीबेन विपक्ष पार्टियों समेत दलित समुदाय के निशाने पर थी। इस घटना के विरोध में समुदाय के लोग लगातार गुजरात सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

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