मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में एक अनियंत्रित ट्रक सड़क किनारे खड़े लोगों को रौंदता हुआ चाय की एक दुकान में जा घुसा। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई, वहीं कई अन्य घायल हुए हैं। दुर्घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। हादसे के बाद स्थानीय लोग भड़क उठे और सड़कों पर उतरकर विरोध दर्ज कराते हुए हंगामा किया और पुलिस पर भी पथराव किया गया। हालात पर काबू पाने के लिए भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मंडला-जबलपुर मार्ग पर बरेला थाना क्षेत्र के शारदा मंदिर तिराहे पर बुधवार की सुबह एक ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े लोगों को रौंदता हुआ एक चाय दुकान में घुस गया। ट्रक की चपेट में कई लोग आ गए। पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला ने संवाददाताओं को बताया कि इस हादसे में मृतकों की संख्या अब तक आठ हो चुकी है।

पुलिस के अनुसार, दुकान में घुसने के बाद ट्रक पलट गया। ट्रक के नीचे भी कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। ट्रक को हटाया जा रहा है, उसके बाद ही मृतकों और घायलों की वास्तविक संख्या का पता चल सकेगा। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह का समय होने के कारण जहां तिराहे पर कई लोग खड़े थे, वहीं विद्यालय जाने के लिए बच्चे भी मौके पर थे। इस हादसे में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका बनी हुई है।

वहीं दूसरी तरफ, ‘हनी ट्रैप’ मामले में हाल ही में भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश के जबलपुर में तैनात एक सैन्य अधिकारी भी गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में शक के दायरे में आ गया। मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) ने उसके कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, लैपटॉप और मोबाइल जब्त कर लिया। आरोप की पुष्टि हो जाने पर ही इस सैन्य अधिकारी का नाम उजागर किए जाने की बात कही गई। सूत्रों के अनुसार, “जबलपुर के 506 आर्मी बेस वर्कशॉप में पदस्थ इस अधिकारी पर शक है कि उसने गोपनीय दस्तावेजों का सौदा किया है।”