Amritsar Train Accident: पंजाब के अमृतसर में ट्रेन हादसे को लेकर रविवार (21 अक्टूबर) सुबह रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन हो रहा था। वे जोड़ा ट्रैक के पास बैठकर धरना देना चाह रहे थे। पर पुलिस ने उन्हें उस दौरान रोका। ऐसे में पुलिस को उन्हें भगाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। नतीजतन मृतकों के परिजन और अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पथराव के दौरान एक जवान के चोट आ गई, जिसे इलाज के लिए फौरन नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। कहा जा रहा है कि घटना के वक्त जवान की आंख में पत्थर लगा था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, झड़प में पंजाब पुलिस का एक कमांडो और एक फोटो पत्रकार घायल हुआ। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। राज्य पुलिस के कमांडो के अलावा पंजाब पुलिस एवं त्वरित कार्य बल के कर्मी भी मौके पर मौजूद रहे।

देखिए, घटना के दौरान पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा था-

अधिकारियों ने आगे बताया कि रेल यातायात सामान्य करने के लिए सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों को पटरियों से हटाने के थोड़ी ही देर बाद यह झड़प हुई। लाउडस्पीकर पर घोषणा कर पुलिस लोगों से घरों के भीतर ही रहने के लिए कहा गया। स्थानीय निवासियों ने शनिवार को राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और ट्रेन चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन शुरू किया था।

आपको बता दें कि पंजाब के अमृतसर में दशहरे की रात ट्रेन हादसे में दर्जनों लोग को काटते और कुचलते हुए ट्रेन निकल गई थी। मेले का जश्न पलक झपकते ही कोहराम में तब्दील हो गया था। हादसे में कुल 61 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग बुरी तरह जख्मी हुए। वैसे हादसे के पीछे कई कारण बताए गए। पर रेलवे, स्थानीय प्रशासन और मेला आयोजक अपना-अपना पल्ला झाड़ते दिखे।