भगोड़े वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह (Waris Punjab De Amritpal Singh) की पत्नी किरणदीप कौर को विदेश जाने की अनुमति नहीं है। पंजाब पुलिस ने गुरुवार को अमृतसर हवाई अड्डे से किरणदीप कौर को इंग्लैंड जाने की अनुमति नहीं दी। फरवरी में अपनी शादी के बाद पहली बार वह अपने माता-पिता के पास वापस जा रही थी।
इंग्लैंड में जन्मी और पली-बढ़ी किरणदीप कौर (Kirandeep Kaur) सोशल मीडिया के जरिए अमृतपाल सिंह के संपर्क में आईं। सिख मुद्दों पर उनकी सक्रियता से प्रभावित होकर किरणदीप कौर ने सबसे पहले इंस्टाग्राम के जरिए अमृतपाल से संपर्क किया। साथ ही किरणदीप कौर ने अमृतपाल सिंह के खालिस्तानी मुहीम की सराहना भी की थी।
किरणदीप कौर के दादा 1951 में जालंधर से इंग्लैंड चले गए थे और तभी से परिवार वहीं रह रहा है। अमृतपाल सिंह के संपर्क में आने से पहले किरणदीप कौर इंग्लैंड में काम कर रही थी। स्वयंभू सिख उपदेशक ने 10 फरवरी को अमृतसर में अपने पैतृक गांव में एक साधारण समारोह में किरणदीप कौर से शादी की थी।
अमृतपाल सिंह ने कहा था कि किरणदीप कौर से उनकी शादी (जिनसे वह सोशल मीडिया पर मिले थे) रिवर्स माइग्रेशन का उदाहरण है। शादी समारोह के बाद अमृतपाल सिंह ने पत्रकारों से कहा कि उनकी ब्रिटिश नागरिक पत्नी पंजाब में उनके साथ रहेंगी। उन्होंने कहा था, “हम चाहते हैं कि पंजाबी पंजाब लौटें और यहां बसें।”
उन्होंने अपनी शादी को सामान्य रखा था और किरणदीप कौर की कोई तस्वीर जारी नहीं की गई थी। अमृतपाल सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि उनकी पत्नी की राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है। शादी के बाद भी वह लो प्रोफाइल रहीं। हालाँकि वह तब सुर्खियों में आई जब पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने कथित तौर पर उनसे जल्लूपुर खेड़ा में उनके ससुराल में पूछताछ की, जहाँ वह शादी के बाद से रह रही थी। पुलिस ने कभी पूछताछ के मकसद की पुष्टि नहीं की।
इंटरव्यू में किरणदीप कौर ने कहा कि अमृतपाल ने उसके साथ उन संभावित जोखिमों के बारे में चर्चा की थी, जिनका सामना उन्हें करना पड़ सकता है यदि वह उससे शादी करती है। किरणदीप कौर के पास भारत में रहने के लिए 180 दिन का वीजा था। पिछले एक साल में यह दूसरी बार है जब वह छह महीने के वीजा पर भारत आई है। किरणदीप कौर ने कहा था कि वीजा संबंधी दिक्कतों के कारण उन्हें वापस इंग्लैंड जाना होगा, लेकिन वह वापस आएंगी।
