पंजाब में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और खालिस्तान समर्थक संगठन “वारिस पंजाब दे” के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए तलाशी जारी है। पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाये जाने के घंटों बाद अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया गया। अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल सिंह के आवास के बाहर भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और उन्हें पकड़ने के प्रयास कर रही है।

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फरार

इस बीच पुलिस के अनुसार खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फरार है। इससे पहले शनिवार देर शाम जालंधर के आयुक्त कुलदीप सिंह चहल ने पुष्टि की थी कि अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित किया गया है।

‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जालंधर के पुलिस कमिश्नर केएस चहल ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “करीब 20-25 किलोमीटर तक पुलिस ने पीछा किया लेकिन वह भागने में सफल रहा। हमने हथियार और 2 कार भी जब्त की हैं। तलाश जारी है और हम उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे। बरामद हथियारों की जांच की जा रही है। हमने अमृतपाल की 2-3 कारें भी जब्त की हैं। यह फ्लैग मार्च मॉडल टाउन इलाके में पंजाब पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की ओर से किया गया है। लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन किया जाएगा। सब कुछ नियंत्रण में है।”

समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में जालंधर के कमिश्नर ने कहा, “वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित किया गया है।उनकी दो कारों को जब्त कर लिया गया और बंदूकधारियों को पकड़ लिया गया। हमने यह भी जांचा कि क्या उनके सुरक्षा एस्कॉर्ट्स के हथियार कानूनी रूप से खरीदे गए थे। मामला दर्ज कर लिया गया है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह की तलाश शुरू कर दी है और हमें उम्मीद है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अब तक कुल 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की तलाशी और छापेमारी जारी है।”

हालांकि अमृतपाल सिंह के पिता ने दावा किया कि पंजाब पुलिस ने अमृतसर में उनके आवास पर तलाशी ली, लेकिन कुछ भी अवैध नहीं मिला। अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने शनिवार देर रात कहा कि पुलिस को घर से निकलने से पहले ही उसे गिरफ्तार कर लेना चाहिए था। तरसेम सिंह ने कहा, “हमें अमृतपाल के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने हमारे आवास पर 3-4 घंटे तक तलाशी ली, लेकिन कुछ भी अवैध नहीं मिला। पुलिस को उसे घर छोड़ने से पहले गिरफ्तार करना चाहिए था।”

अब तक कुल 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया

इससे पहले शनिवार को पंजाब पुलिस ने वारिस पंजाब दे के समर्थकों के खिलाफ राज्य में बड़े पैमाने पर घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया, जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऑपरेशन के दौरान अब तक कुल 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि कई अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

पंजाब पुलिस के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, “शनिवार दोपहर वारिस पंजाब दे के कई कार्यकर्ताओं को जालंधर जिले के शाहकोट-मलसियान रोड पर पुलिस द्वारा रोका गया और सात लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। अमृतपाल सिंह सहित कई अन्य फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया गया है।”