होली के दिन (21 मार्च) गुड़गांव में 20-25 लोगों ने एक मुस्लिम परिवार को उनके घर में घुसकर लाठी-डंडों और रॉड से बुरी तरह पीटा। साथ ही, अपना घर छोड़कर पाकिस्तान जाने के लिए कह दिया। 15 साल से गुड़गांव में रह रहा यह परिवार अब शहर छोड़ने का मन बना चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह विवाद किसकी वजह से हुआ? वह कौन था, जिसने 20-25 लोगों को उकसाया, जिसके बाद उन्होंने मुस्लिम परिवार पर हमला कर दिया। कौन था वह शख्स, जो क्रिकेट के मैदान में शुरू हुए इस विवाद को भीड़ की हिंसा और बर्बरता में तब्दील कर दिया। वह एक 19 साल का एक युवक था, जिसकी वजह से इस पूरे मामले ने तूल पकड़ा।
पुलिस के मुताबिक, इस पूरे मामले का सूत्रधार 19 साल का मुकेश कुमार है, जिसे मुख्य आरोपी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि खेल के मैदान में कहासुनी होने के बाद मुकेश अपने घर पहुंचा। उसने अपने घरवालों को मुस्लिम परिवार पर हमला करने के लिए उकसाया था। पुलिस ने उसे 22 मार्च को ही गिरफ्तार कर लिया था।
मुकेश कुमार नया गांव का रहने वाला है, जहां ज्यादातर गुज्जर रहते हैं। महेश के साथ हिंसा में शामिल अन्य लोग भी इसी समुदाय के थे। महेश की मां ने द क्विंट को बताया, ‘‘पति के गुजरने के बाद से उनका परिवार काफी बुरे दौर से गुजर रहा है। यहां कोई काम नहीं है। मैं दूसरे लोगों के खेतों में काम करती हूं, जबकि मेरा बेटा महेश ऑटो चलाता है।’’ उन्होंने बताया कि ऑटो चलाने से पहले महेश मजदूरी करता था।
जब महेश 8वीं कक्षा में था तो उसने स्कूल जाना बंद कर दिया था। गांव में हाईस्कूल नहीं है। सबसे करीबी स्कूल बादशाहपुर में है, जो नया गांव से करीब 7 किलोमीटर दूर है। पढ़ाई छोड़ने के बाद महेश घर चलाने के लिए मजदूरी करने लगा था।
महेश की मां से मुस्लिम परिवार पर हमले के बारे में बात की गई तो उन्होंने महेश, गांव वालों और अपने परिवार का समर्थन किया। उन्होंने माना कि महेश ने यकीनन मुस्लिम परिवार पर हमला किया होगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस मामले को गलत तरीके से तूल दिया जा रहा है। वहीं, मुस्लिम झूठ बोल रहे हैं।