कश्मीर घाटी में चल रही अशांति के बीच सितंबर के पहले सप्ताह में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सकता है और सभी तबको के लोगों से मिल सकता है। सरकार इस कार्यक्रम को तय करने से पहले सभी राजनीतिक दलों से बातचीत करेगी। बीते आठ जुलाई को हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर हिंसक प्रदर्शनों का गवाह बन रहा है।
यह कदम उस वक्त उठाया गया है जब केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार (25 अगस्त) को श्रीनगर में कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के लिए तैयारी करने को कहा है।
सूत्रों ने कहा कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे के बारे में शनिवार (27 अगस्त) को महबूबा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात दौरान चर्चा हो सकती है।
राज्य में शांति बहाल करने के लिए प्रक्रिया शुरू करने को लेकर सरकार सभी दलों को साथ लेना चाहती है और उसके इसी प्रयास के तहत इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के संभावित दौरे को देखा जा रहा है। राजनाथ सिंह 24-25 अगस्त को दो दिनों के कश्मीर दौरे पर पहुंचे थे। एक महीने के भीतर घाटी का उनका यह दूसरा दौरा था।