Aligarh News: अलीगढ़ के ऊपरकोट क्षेत्र के शीशे वाली मस्जिद इलाके में संपत्ति कर वसूली को लेकर नगर निगम की सीलिंग कार्रवाई विवादों में घिर गई। सात साल का कामरान स्कूल जाने के लिए तैयार था। उसकी मां उसके लिए ब्रेकफास्ट तैयार कर रही थी, पिता भी घर के अंदर ही मौजूद थे। इसी दौरान नगर निगम की टीम पहुंच जाती है और बिना किसी सुनवाई के घर को बाहर से सील कर देती है। बच्चा और दंपत्ति मकान के अंदर ही बंद रह गए। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जैसे ही परिवार को इसकी जानकारी लगी तो वह अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाते रहे। इतना ही नहीं मौके पर पहुंचे पार्षद भी बच्चे को स्कूल भेजने के लिए काफी मिन्नतें करते रहे, लेकिन अफसरों का दिल नहीं पसीजा। साथ ही स्थानीय पार्षद ने आरोप लगाया कि असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर तो अपनी गाड़ी से भी नहीं उतर कर आए।
क्या है पूरा मामला?
अब पूरे मामले की बात करें तो ऊपर कोट के मोहल्ला अलीशाहजान में अफसर अली का मकान है। इस मकान पर करीब 94 हजार रुपये का संपत्ति कर लंबे वक्त से बकाया था। कई बार नोटिस देने और कुर्की की चेतावनी देने के बावजूद भुगतान नहीं किया गया। इसके बाद निगम ने कार्रवाई की।
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असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर ने अमर उजाला को बताया कि अलीशाहजान मोहल्ले में करीब 150 घरों पर लाखों रुपये का टैक्स बकाया है। इसी की वसूली करने के लिए नगर निगम की टीम निकली थी। इसी वजह से उनके मकान पर सील लगा दी गई। ऐसा बताया गया कि उनके घर में पीछे से भी एक दरवाजा है। इससे मौके पर बच्चे-दंपत्ति को निकाला गया।
स्थानीय पार्षद ने क्या बताया?
स्थानीय पार्षद अब्दुल मुनीम ने बताया कि असिस्टेंट म्यूनिसिपल कमिश्नर और कर विभाग ने 94 हजार रुपये बकाया पर अफसर अली के मकान को सील कर दिया था। अंदर कमरे में अफसर अली का बेटा-बहू और पोता भी मौजूद थे। हालांकि, बाद में 10 हजार रुपये देने के बाद सील खोल दी गई। लेकिन बच्चा स्कूल नहीं जा पाया।
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