UP News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हाईस्कूल से दो शिक्षकों को हिन्दू होने की वजह से निकाल दिया गया। निकाले गए शिक्षकों ने प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि हिन्दू होने की वजह से उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया है। ये मामला अलीगढ़ के शाह जमाल इलाके के एमएआई हाईस्कूल का है। निकाले गए शिक्षकों के नाम राहुल भारती और प्रवीण हैं। मैनेटमेंट का कहना है कि ये मदरसा बोर्ड के स्कूल में मदरसा में पढ़ाने वाले शिक्षक ही रखे जाएंगे।

इस स्कूल में ये दोनों शिक्षक पिछले तीन सालों से पढ़ा रहे थे। अचानक 31 अगस्त को स्कूल के प्रबंधन ने इन दोनों शिक्षकों को बुलाया और इन दोनों ही शिक्षकों की नौकरी से निकाल दिया। इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने दलील दी है कि उनका स्कूल बोर्ड मदरसा मान्यता प्राप्त है। इसलिए इसमें सिर्फ मदरसा बोर्ड के शिक्षकों को ही रखा जाएगा। इस मामले में जब निकाले गए शिक्षकों से बात की गई तो उन्होंने स्कूल से निकाले जाने की वजह बताई।

बिना नोटिस के ही नौकरी से निकालाः प्रवीण कुमार

निकाले गए शिक्षकों में से एक प्रवीण कुमार ने मीडिया को बताया, ‘मैं अलीगढ़ में शाह जमाल के एमएआई स्कूल में पढ़ाता था। स्कूल के मैनेजमेंट ने 31 अगस्त को उन्होंने बोला कि यहां पर मदरसा बोर्ड के ही टीचर रखे जाएंगे। उन्होंने कोई नोटिस भी नहीं दिया और पहले किए गए एग्रीमेंट के मुताबिक भी एक महीने का नोटिस भी नहीं दिया 31 अगस्त को सीधे बोला कि आपको कल से स्कूल नहीं आना है।’

हिन्दू होने की वजह से निकाले गएः राहुल भारती

वहीं निकाले गए दूसरे शिक्षक राहुल भारती ने बताया, ‘मुझे अचानक से स्कूल प्रबंधन की ओर से जफरुद्दीन खान ने केबिन में बुलाकर कहा कि हमें आपकी सेवाएं अब नहीं सकते हैं और आप अपना अब हिसाब कर लीजिए। इसके बाद जब हमने उनसे पूछा कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि हम अब यहां पर सारे मुस्लिम समुदाय के शिक्षकों को ही रखेंगे। हम दोनों शिक्षक हिन्दू समुदाय के दलित कैटेगिरी से बिलांग करते हैं।’

स्कूल के प्रबंधन ने बताई शिक्षकों को निकालने की वजह

वहीं स्कूल के प्रबंधक जफरुद्दीन खान ने बताया, ‘डीएमओ साहब आए तो उन्होंने आदेश किया कि मदरसे को मदरसा बोर्ड के जियो के मुताबिक फॉलो किया जाए आपके मदरसे में कुछ कमियां है, उन कमियों को आप पूरा कीजिएगा। इस पर मैडम ने बोल दिया कि थोड़ा वक्त दिया जाए कुछ स्टाफ को चेंज किया जाएगा जो मदरसा बोर्ड से क्वालिफाई हैं उन स्टाफ को भर्ती करेंगे।’

शिक्षक पात्र है तो धर्म से कोई मतलब नहींः जिला प्रोबेशन अधिकारी

वहीं जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह ने इस पर कहा, ‘शिक्षा देने के लिए कोई वर्ग विशेष की जरूरत नहीं होती अगर कोई क्वालिफाइड है और वो बच्चों को सही शिक्षा दे सकता है तो इसमें हिन्दू-मुस्लिम वर्ग विशेष समुदाय से होने की कोई बात नहीं है। अगर वो मदरसे की शिक्षक की पात्रता रखते हैं तो वो जरूर मदरसे में पढ़ा सकते हैं इसमें धर्म विशेष से होने की कोई बात नहीं है।’