उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रांतीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी सिद्धान्त को तमाम समस्याओं का हल करार देते हुए कार्यकर्ताओं का अपने नेताओं की संघर्ष गाथाएं पढ़ने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के सहयोगी विनोद बर्थवाल द्वारा लिखित पुस्तक ‘मुलायम सिंह का उत्तराखण्ड में योगदान’ का विमोचन करते हुए कहा ‘नेताजी :मुलायम: पर बहुत सी किताबें लिखी गई है लेकिन इस किताब में उत्तराखंड के लिए उनके संघर्ष को बहुत अच्छी तरीके से रखा गया है। इससे नौजवानों को हमारे नेताओं के संघर्ष के बारे में जानने का मौका मिलेगा और वे हमारी पार्टी के दृष्टिकोण के बारे में समझ सकेंगे।’
उन्होंने कहा ‘नेताजी और तमाम लोग चाहते हैं कि कार्यकर्ता पढ़े लिखें। कम से कम नेताओं ने जो संघर्ष किया उसे जरूर जानें। मैं कहता हूं कि कोई भी किताब लिखी जाए उसे कार्यकर्ता जरूर पढ़ें। पुराने संघर्ष को नहीं पकड़ोगे तो हमारी लड़ाई अधूरी रह जाएगी। यहां हम सरकार में हैं, लेकिन दूसरे राज्यों में काम करना है।
उत्तराखण्ड समेत दूसरे प्रदेशों में भी अगर पार्टी चुनाव जीतने लगे तो बहुत अच्छा होगा।’ अखिलेश ने कहा ‘समाजवादी सिद्धान्त ही तमाम समस्याओं से निपटने के लिए रास्ता निकाल सकता है। गरीबों और किसानों के लिए नेताजी ने हमेशा संघर्ष किया। जब भी नेताजी की सरकार बनी तभी किसानों को लाभ मिला। सिंचाई शुल्क सबसे पहले नेताजी ने ही माफ किया। बजट का पैसा गरीबों के बीच कैसे खर्च हो, इसकी कोशिश की।’
पर्यावरण को बचाने के लिए पेरिस में दुनिया के विभिन्न देशों के बीच हुए समझौते का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘देश दुनिया में बहस छिड़ी है कि पर्यावरण कैसे बचाएं। पेरिस के समझौते की दिशा में हमें काम करना होगा।’ अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बहुत काम किए हैं। इतनी योजनाएं तो किसी अन्य प्रदेश में नहीं चल रही हैं। किसान दुर्घटना बीमा तो कहीं भी और जगह नहीं दिया जा रहा है। अखिलेश ने कहा कि सरकार ने नौकरियों के दरवाजे खोलने के साथ-साथ अभ्यर्थियों के लिए आसानी भी पैदा की है।