राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने उत्तर प्रदेश में चुनाव पूर्व महागठबंधन के संकेत दिए हैं। सिंह ने समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया और अपने पिता चौधरी चरण सिंह के अनुयायियों से मतभेद भुलाकर एक मंच पर आने की अपील की है। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को संकेत देते हुए सिंह ने शनिवार को एक चिट्ठी सार्वजनिक की जिसमें कहा गया है कि किसानों, गरीबों और अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए सभी समाजवादियों को एक मंच पर आ जाना चाहिए। अजित सिंह ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि उनकी पार्टी आगामी यूपी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी और उनके बेटे जयंत चौधरी पार्टी का चेहरा होंगे लेकिन उसके दो दिन बाद ही सिंह ने सभी समाजवादियों से एक मंच पर आने की अपील की है। माना जा रहा है कि उनका संकेत समाजवादी पार्टी की ओर है। सिंह ने हाल ही में समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से दिल्ली में मुलाकात कर गठबंधन पर चर्चा की थी। हालांकि, उन्होंने कहा है कि उनकी मीटिंग एक औपचारिक मुलाकात थी।

अजित सिंह उत्तर प्रदेश के इस गठबंधन में जेडीयू को भी शामिल कराना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने चिठ्ठी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शरद यादव की तारीफ करते हुए लिखा है कि बिहार में नीतीश का गवर्नेंस चौधरी चरण सिंह के सपनों का गवर्नेंस है। इस चिठ्ठी के जरिए गठबंधन के लिए माहैल बनाने की कोशिश हो रही है ताकि बिखरी पार्टियां एक मंच पर आ सकें। समाजवादी पार्टी में शिवपाल सिंह यादव और अभी हाल ही में राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए अमर सिंह लंबे समय से अजित सिंह के साथ गठबंधन के पक्ष में रहे हैं। शिवपाल तो इस गठबंधन के लिए खुली वकालत कर चुके हैं। हालांकि, समाजवादी पार्टी ने अभी इस चिठ्ठी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन माना जा रहा है जल्द ही एक गठबंधन की दिशा में पार्टियां बढ़ेंगी जो चुनाव के पहले महागठबंधन का स्वरूप ले सकती है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अजित सिंह का जनाधार है और समाजवादी पार्टी फिलहाल वहां कमजोर दिखती है। ऐसे में दोनो पार्टियां गठबंधन कर सकती हैं। दोनों पार्टियों में पहल कौन करे इसे लेकर जो संशय था वो अजित सिंह की चिठ्ठी से खत्म हो चुका है लेकिन नीतीश को गठबंधन में साथ करना एक मुश्किलभरा काम हो सकता है क्योंकि बिहार चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव ने वहां बने महागठबंधन से खुद को अलग कर लिया था। तब नीतीश ने उनकी कड़ी आलोचना की थी। हालांकि, उनके साथ राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू यादव हैं जो महागठबंधन के समर्थक रहे हैं। लालू और शरद नीतीश को इस गठबंधन के लिए मना सकते हैं। इसबीच, जेडीयू महासचिव के सी त्यागी ने अजित सिंह की पहल का स्वागत किया है। गठबंधन की दिशा में यह सुखद संकेत है।

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