आगरा के लोहकरेरा इलाके में अपने खेत की ओर जा रहे एक किसान को सांड ने टक्कर मार दी। जिससे उसकी हड्डी टूट गयी। इसके बाद किसान ने दावा किया कि उसे अपना इलाज कराने में एक लाख रुपए खर्च करने पड़े हैं। अब किसान ने मामले में डीएम, जिला पंचायत अध्यक्ष, एसडीएम किरावली, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान लोहकरेरा को नोटिस भेजा है।
किसान का कहना है कि बेसहारा पशुओं को पकड़कर गोशाला नहीं भिजवाने के जिम्मेदार प्रशासन है। उसने पांच लाख रुपये के मुआवजे की भी मांग की है।
वकील के माध्यम से भिजवाया है नोटिस
किसान ने इस मामले में प्रशासनिक आमले को घेरने के लिए बकायदा एक वकील से भी संपर्क किया है। वकील रोहन सिंह ने डीएम, जिला पंचायत अध्यक्ष, एसडीएम किरावली, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान के नाम एक नोटिस भेजा है। जिसमें लिखा है, ‘मेरा पक्षकार तारीख 15 अप्रैल 2023 को शाम 7:30 बजे खेत पर जा रहा था तभी उसपर एक सांड ने हमला कर दिया। जिससे मेरे पक्षकार की एक पैर की हड्डी टूट गयी। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चला, फिलहाल वह घर पर है लेकिन उसका इलाज जारी है। इससे उसके परिवार के सामने जीवन जीने का संघर्ष खड़ा हो गया है। इलाज में अब तक करीब एक लाख रुपए खर्च हो गए हैं। आगे भी इलाज में खर्चे की संभावना है। इसलिए उसे 5 लाख रूपए का आर्थिक मुआवजा देने के जिम्मेदार आप हैं।
प्रशासन ही जिम्मेदार
इस नोटिस में आगे मुख्यमंत्री के उस आदेश का भी जिक्र है जिसमें कहा गया था कि 1 अप्रैल 2023 से खेतों और सड़कों पर आवारा पशुओं के आने को पाबंद किया जाए। सबको गोशाला भिजवाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के आदेश की पालना करवाना आप लोगों की ज़िम्मेदारी है। अगर आप लोग ऐसे आवारा पशुओं को समय पर गोशाला भिजवा देते तो यह घटना नहीं हुई होती।
