सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नयी ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में जारी प्रदर्शनों के बीच तेलंगाना के सिकंदराबाद में बड़ा हादसा टल गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान में गुस्साई भीड़ ने तेलंगाना में कई ट्रेनों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इस दौरान सिंकदराबाद में पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए।

विरोध करते हुए कम से कम 5,000 प्रदर्शनकारी सिकंदराबाद के एक रेलवे स्टेशन में घुस गए और एक पैसेंजर ट्रेन के एक कोच में आग लगाने की कोशिश की। इस डिब्बे में लगभग 40 यात्री सवार थे। हालांकि, रेलवे कर्मचारियों की सूझबूझ और समय पर की गई कार्रवाई से यात्रियों को बचा लिया गया, जिन्होंने उन्हें उस कोच से निकालकर दूसरे कोच में ले जाने में मदद की।

पांच हजार से ज्यादा लोगों ने किया हमला: एसी पावर कार मैकेनिक सुमन कुमार शर्मा ने एनडीटीवी को बताया कि A1 कोच के अंदर कम से कम 40 यात्री थे जब प्रदर्शनकारियों ने लाठी और पत्थरों से हमला किया था। उन्होंने कहा, “कोच के अंदर करीब 40 यात्री थे, लेकिन ट्रेन पर हमला करने में कितने लोग शामिल थे इसकी मैं गिनती नहीं कर सका। वे 5,000 से ज्यादा थे।”

मैकेनिक ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कोच में आग लगाने की भी कोशिश की, लेकिन कर्मचारियों ने समय पर कार्रवाई कर यात्रियों को बचा लिया। सुमन शर्मा ने कहा, “दो गेट खुले थे इसलिए हमने यात्रियों को दूसरे गेट की तरफ से जाने को कहा। हमने उनसे कहा कि आरपीएफ आपको सुरक्षित रखेगी।”

प्रदर्शनकारियों ने लगाई ट्रेनों में आग: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। पुलिस पर भी पत्थर फेंके गए। जिसके जवाब में पुलिस ने गोली चलाई जिसमें एक शख्स की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए।

सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के मंडल रेल प्रबंधक एके गुप्ता ने कहा कि हम नुकसान का विश्लेषण करेंगे। यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन सेवाएं अस्थायी रूप से रोकी गईं हैं। वहीं, केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल न होने और रेलवे की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की है।