जिन पदों पर भर्ती होनी है उनमें बस कंडक्टर, चालक, आपरेटर, क्लर्क और रीजनल मैनेजर के साथ प्रिंसिपल मैनेजर के पद शामिल हैं। इसकी जानकारी परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि भर्ती प्रक्रिया कई चरणों में शुरू की गई है, जिसमें पहले चरण में चार हजार सात सौ पदों पर भर्ती होगी । यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं देने के लिए प्रदेश के दो सौ बस अड्डों को हवाई अड्डों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।इसके तहत पहले चरण में 24 बस अड्डों का चयन किया गया है और दूसरे चरण में 25 बस अड्डों का चयन होगा।
मंत्री ने बताया कि यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए आजादी के अमृत महोत्सव में 150 नई बसों को बेड़े में शामिल किया गया है । 1,150 नई बसों की खरीद की जा चुकी है, जिनकी बाडी का निर्माणकार्य जारी है। उन्होंने कहा कि गत दिनों केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए निर्देशों के तहत लर्निंग लाइसेंस को पूरी तरह आनलाइन कर दिया गया है। इससे अब घर बैठे लोग आनलाइन लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने में आसानी होगी।
साथ ही अब लोगों को परमिट बनाने के लिए भी आरटीओ के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे। इसके लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। खुद विभाग के अधिकारी का डिजिटल हस्ताक्षर डाउनलोड करके परमिट हासिल किया जा सकता है। डिजिटल हस्ताक्षर के माध्यम से परमिट को मान्यता दी गई है।
नई तकनीक के साथ सरकारी निजी कंपनी भागीदारी पर फिटनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं। इसके तहत हर जनपद में एक फिटनेस सेंटर खोला जाएगा।
अगले पांच साल में प्रदेश का परिवहन विभाग नए कलेवर में नजर आएगा। परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 5 लाख 28 हजार वाहनों पर 1,600 करोड़ रुपए बकाया था, जिसे सरकार ने माफ कर दिया है। इनमें वो 66 हजार वाहन भी शामिल थे जिनकी आरसी जारी हो चुकी थी। उनके भी टैक्स माफ किए जा चुके हैं।