ब्रिटेन के रहने वाले प्लास्टिक सर्जन चार्ल्स वीवा पिछले कई दशकों से तेजाब हमले के पीड़ितों के जख्मों को भरने का काम कर रहे हैं और उनकी मांग है कि तेजाब हमले करने वाले गुनाहगारों को सजा दिलाने के लिए कड़े कानून बनाए जाने चाहिए। श्रीलंका मूल के चार्ल्स करीब एक दशक से पूरी दुनिया में तेजाब हमले के पीड़ितों और कटे होठों के मरीजों का इलाज करते आ रहे हैं।
वीवा यहां वैश्विक गैरसरकारी संगठन इंटरप्लास्ट में ब्रिटेन के सर्जनों और चिकित्सकों के साथ जले व तेजाब हमलों के शिकार लोगों के मुफ्त इलाज के सिलसिले में आए हुए थे। वीवा ने कहा कि भारत, ब्रिटेन सहित दुनिया के किसी भी भाग में पीड़ितों पर एसिड हमलों का एक ही तरह का प्रभाव होता है। हालांकि, हमारे पास बहुत कड़े कानून हैं जहां अगर कोई व्यक्ति तेजाब से हमला करता है तो वे निश्चित तौर पर 10 से 15 सालों के लिए जेल जाएगा। हमारे पास मजबूत उपाय है।’
गुड़गांव के डब्ल्यू प्रतीक्षा अस्पताल के एक प्रवक्ता के मुताबिक, यहां लंदन के स्वयंसेवकों की एक टीम ने आर्थिक रूप से कमजोर एसिड और फांक होठ पीड़ितों की 30 से भी अधिक सर्जरी की हैं। इस परियोजना का नाम ‘प्रोजेक्ट रिवाइव’ था और इसे एसिड सर्वाइवर फाउंडेशन ऑफ इंडिया और एनजीओ रीतिंजलि से मदद मिली थी। उन्होंने बताया कि इस तरह के मामलों को रोका जा सकता है। इंग्लैंड में हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। किशोरों और बच्चों को शिक्षित कर हम बदलाव ला सकते हैं।
