सामाजिक कार्यकर्ता और वकील प्रशांत भूषण के आरोपों पर अब आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने पलटवार किया है। विश्वास ने शनिवार को दो ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने दावा किया कि रामलीला मैदान में जनलोकपाल बिल का जो ड्राफ्ट तैयार किया गया था, उसमें जरा भी बदलाव नहीं किया गया है। विश्वास ने एक और ट्वीट कर लिखा, ‘हां अगर कोई ऐसा बदलाव है, जो बेहतरी के लिए है, तो उस पर दिल्ली के चुने हुए प्रतिनिधियों के बीच सदन में चर्चा होनी चाहिए।’
(2/2) If any scope of betterment is there, it will be thoroughly discussed in the house by the elected representatives of Delhi
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 28, 2015
We are committed to the Lokpal exactly what Was drafted and committed at Ramlila Maidan; not even a comma/ full stop changed! (1/2) — Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 28, 2015
प्रशांत भूषण ने लगाए थे केजरीवाल पर आरोप
आम आदमी पार्टी संस्थापक सदस्य रहे प्रशांत भूषण ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली सरकार का नया लोकपाल विधेयक उससे अलग है, जिसका मसौदा अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार निरोधक आंदोलन के दौरान तैयार किया गया था, क्योंकि उसमें स्वतंत्र लोकपाल की नियुक्ति एवं उसे पद से हटाना राज्य सरकार के अधीन था। उन्होंने कहा कि यह विधेयक स्वतंत्र लोकपाल के सभी सिद्धांतों को ध्वस्त करता है और यह ‘जोकपाल से भी बदतर’ है… ‘जोकपाल’ वही शब्द, जिसका इस्तेमाल केंद्र सरकार की ओर से पारित लोकपाल विधेयक के लिए किया था।
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