सामाजिक कार्यकर्ता और वकील प्रशांत भूषण के आरोपों पर अब आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्‍वास ने पलटवार किया है। विश्‍वास ने शनिवार को दो ट्वीट किए, जिनमें उन्‍होंने दावा किया कि रामलीला मैदान में जनलोकपाल बिल का जो ड्राफ्ट तैयार किया गया था, उसमें जरा भी बदलाव नहीं किया गया है। विश्‍वास ने एक और ट्वीट कर लिखा, ‘हां अगर कोई ऐसा बदलाव है, जो बेहतरी के लिए है, तो उस पर दिल्‍ली के चुने हुए प्रतिनिधियों के बीच सदन में चर्चा होनी चाहिए।’

प्रशांत भूषण ने लगाए थे केजरीवाल पर आरोप

आम आदमी पार्टी संस्‍थापक सदस्‍य रहे प्रशांत भूषण ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली सरकार का नया लोकपाल विधेयक उससे अलग है, जिसका मसौदा अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार निरोधक आंदोलन के दौरान तैयार किया गया था, क्योंकि उसमें स्वतंत्र लोकपाल की नियुक्ति एवं उसे पद से हटाना राज्य सरकार के अधीन था। उन्‍होंने कहा कि यह विधेयक स्वतंत्र लोकपाल के सभी सिद्धांतों को ध्वस्त करता है और यह ‘जोकपाल से भी बदतर’ है… ‘जोकपाल’ वही शब्द, जिसका इस्तेमाल केंद्र सरकार की ओर से पारित लोकपाल विधेयक के लिए किया था।

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