UP Government: पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद बुधवार को 2 मंत्रियों के साथ रायबरेली के एम्स अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान रोते हुए एक महिला उनके पास आई और अपने परिजन के इलाज की गुहार लगाने लगी। महिला ने रोते हुए अस्पताल प्रशासन की पोल मंत्री के सामने खोलकर रख दी। महिला का कहना था कि डॉक्टर उन्हें इधर से उधर भेज रहे हैं और अस्पताल में दवाएं भी उपलब्ध नहीं हैं।
महिला ने मंत्री से अस्पताल में ठीक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की गुहार लगाते हुए कहा कि वह अपने पिता को यहां इलाज के लिए लेकर आई थी, लेकिन डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी उन्हें इधर से उधर चक्कर कटवा रहे हैं।
महिला ने यह भी कहा कि उनके पिता को कोई भी अस्पताल में भर्ती करने के लिए तैयार नहीं है और दवाएं भी बाहर से लाने के लिए कहा जा रहा है। इस पर मंत्री ने डॉक्टरों को महिला के पिता के समुचित इलाज के निर्देश दिए। इस दौरान जितिन प्रसाद ने एम्स की चिकित्सा व्यवस्था हाईटेक बनाने की बात भी कही।
मंत्री जितिन प्रसाद, राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के साथ मुंशीगंज स्थित अस्पताल पहुंचे थे। यहां वह हिंदी पखवाड़े के कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे। यहां आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार सभी का एक ही संकल्प है कि वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी वाला मेडिकल ट्रीटमेंट सब को मुहैया हो और अस्पतालों की सुविधाएं भी बेहतर हों।
इस दौरान मंत्रियों ने जिले का भी निरीक्षण किया और बीजेपी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं के साथ बैठक की। इसमें मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सजग है। हर तरीके से पब्लिक के साथ आज के निरीक्षण के बाद तीन चीजें सामने आईं, जिन्हें सुना गया और समझा गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एम्स की तरफ से कहा गया कि रेलवे ओवर ब्रिज से एम्स तक पहुंचने का रास्ता जल्द ही सही करवाने का आश्वासन दे दिया गया है।