मुंगेर पुलिस ने शनिवार को मुफस्सिल थाना इलाके में छापा मार कर बड़ी तायदाद में जिंदा कारतूस बरामद कर बड़ी सफलता हासिल की है। छापेमारी खुफिया सूचना के आधार पर की गई थी। एसपी बाबू राम ने शनिवार शाम पत्रकारों को बताया कि शंकरपुर इलाके की आईटीसी कॉलोनी में पुलिस ने छापेमारी कर एके 47 रायफल मामले के मुख्य आरोपी मंजर आलम उर्फ़ मांजी के भांजा सरफराज आलम को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किए गए आरोपी सरफराज के घर से 438 जिंदा कारतूस बरामद किया है। एसपी बाबू राम ने बताया कि सरफराज के पास से बरामद गोलियां उसके मामा मंजर आलम की है। उसने सरफराज को रखने दी थी। ऐसा गिरफ्तारी के बाद उससे हुई पूछताछ के दौरान कबूला है। बरामद गोलियां विभिन्न बोर की है। जो विभिन्न आग्नेयास्त्रों में इस्तेमाल होती है। जिसमे 9 एमएम की 239 गोलियां और 7. 65 एमएम की 199 गोलियां है।

फोटो-गोलियों से ही लिखा एके47 और पत्रकारों के सामने एसपी बाबू राम ने पेश किया गोलियों का जखीरा।

सरफराज अपने मामा मंजर के साथ साल 2014 में दिल्ली में एके 47 की बरामदगी मामले में जेल जा चुका है । सरफराज मुंगेर के पूरबसराय इलाके में ऑटो पार्ट्स की दुकान चलाता है। ध्यान रहे कि मुंगेर पुलिस ने अबतक 21 एके 47 रायफल और पांच सौ से ज्यादा इसके बनाने के पुर्जे बरामद कर चुकी है। यह प्रतिबंधित हथियार जबलपुर केंद्रीय आयुद कारखाने से तस्करी कर मुंगेर लाई गई थी। इसकी जांच अब एनआईए कर रही है। मगर मुंगेर के एसपी बाबू राम ने हथियार तस्करों की जड़ तक पहुंचने का अपना अभियान जारी कर रखा है। इसी वजह से कामयाबी लगातार मिल रही है।