Social Media Revolution: सोशल मीडिया के उदय दुनिया में एक नई क्रांति लेकर आया और देखते ही देखते दो दशकों से भी कम समय में लगभग हर व्यक्ति को इसके बारे में जागरूक करवा दिया। भारत में तो सोशल मीडिया का अलग ही क्रेज दिखाई देता है। हर कोई सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति दर्शाने को बेताब है। ऐसे में भारत सरकार ने भी सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर लोगों की शिकायतों का निस्तारण करना शुरू किया। सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को भी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने को कह दिया है। इतना ही नहीं अब तो उन पर फॉलोअर्स भी बढ़ाने का दबाव है। गुजरात में रेलवे कर्मचारियों को भी ट्विटर पर फॉलोअर्स बढ़ाने का फरमान भेजा गया है।

वहीं इसके अलावा गुजरात सरकार ने रेवेन्यू कर्मचारियों को भी ‘तहसील मजिस्ट्रेट के Twitter Followers बढ़ाने का फरमान’ जारी किया है। इस अजीबो-गरीब फरमान को लेकर ट्विटर पर भी लोगों ने मजे लिए हैं। कोई कहता है कि हमारे भी फॉलोअर्स बढ़वा दो यार, तो कोई उसको जवाब देते हुए कह रहा है कि पहले तहसीलदार तो बन जाओ फिर बढ़वा लेना फॉलोअर्स।

लोगों ने किए ऐसे कमेंट्स

गुरजरात रेलवे कर्मचारियों को भेजे गए फरमान को लेकर @RavisinghRGS नाम के ट्विटर हैंडल से प्रतिक्रिया आती है, ‘कोई हमारे भी फॉलोअर्स बढ़वा दो यार’ तो वहीं एक @trendingmnister नाम के ट्विटर हैंडल से उनके लिए रिप्लाई भी आता है।

एक अन्य @jabbal_sona नाम का ट्विटर यूजर कहता है। शुक्र है कि बच्चे बढ़ाने का फरमान नहीं आया। वहीं एक और @TheMinis14 नाम का ट्विटर यूजर इस ट्वीट पर जवाब देते हुए कहता है, ‘आमदार खासदार इनके खुद के क्षेत्र मे अगर इन्होंने खुद अच्छा काम किया तो ये अगले चुनाव मे खुद के काम पर वोट मांग सकते हैं पर ये ठहरे निक्कमे पैसे खाने वाले इसीलिये इनको किसी के बाप की तस्वीर या बड़े नेता की तस्वीर लगती है वोट मांगने के लिये.. इससे काम नहीं हुआ तो बचता है धर्म।’