कई बार फिल्मों में दिखाए जाने वाले खतरनाक सीन असल जिंदगी में भी देखने को मिल जाते हैं। ऐसा ही एक वाकया 12 साल के बच्चे के साथ हुआ था। 2021 में बांग्‍लादेश के चांदपुर में नाव‍िकों ने उफनती नदी से एक बच्‍चे को न‍िकाल कर जान बचाई। अब मध्‍य प्रदेश में आई बाढ़ के बीच इस वीड‍ियो को चंबल नदी का बता कर सोशल मीड‍िया पर शेयर क‍िया जा रहा है।

वीड‍ियो में क्‍या है?

वीड‍ियो में एक बच्‍चे को उफनती नदी से बचाते हुए द‍िखाया गया है। बच्चे का रेस्‍क्‍यू एकदम फ‍िल्‍मी था। एक ओर तो चारों तरफ पानी ही पानी और इस पर उसके पीछ मगरमच्छ भी था, लेकिन इस बच्चे ने हिम्मत नहीं हारी और लगातार संघर्ष करता रहा। हालांकि, वह काफी डरा हुआ था और ना ही ऐसी स्थिति में समझ आ पा रहा था कि वो बचेगा कैसे, तभी वहां रेस्क्यू टीम पहुंची और उसको बचा लिया। टीम ने बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया।

वीड‍ियो को लेकर क्‍या है फर्जी क्‍लेम?

यहां देख‍िए 2021 में यूट्यूब पर पोस्‍ट क‍िया वीड‍ियो

ट्विटर यूजर सचिन कौशिक ने यह वीड‍ियो अपने हैंडल से शेयर क‍िया है। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “फिल्मों जैसा असल सीन है! चंबल नदी में यह बच्चा डूब रहा था, पीछे मगरमच्छ भी थे। रेस्क्यू टीम सही समय पर पहुंच गई और इस बालक को हाथ पकड़कर खींच लाई। सैल्यूट! जय हिंद!”

ट्व‍िटर यूजर सचि‍न कौश‍िक के ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट।

इस ट्वीट को कुछ और लोगों ने चंबल का मानते हुए सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्‍होंने बच्चे की बहादुरी और रेस्क्यू टीम की तारीफ की है।अनिल ठाकुर नाम के एक यूजर ने कहा, “अत्यंत ही साहसिक कार्य!चहुंओर मौत के होते हुए तथा अपने प्राणों की चिंता किए बिना बालक को खूँखार मगरमच्छों के बीच से सुरक्षित निकालना अद्भ्य साहस का कार्य है।इस प्राणरक्षक दल को ससम्मान सैल्यूट!”

बीपीएस चौहान नाम के एक और यूजर ने कहा, “फिल्मों में असल सीन कहां ये काम तो कोई बहादुर हीरो जैसे फौजी, रेस्क्यू टीम आदि ही कर सकते हैं।” प.देवेन्द्र कटारा नाम के एक और यूजर ने कहा, “वीडियो कहीं का भी हो बहुत ही सराहनीय कार्य किया है जय हिन्द!”

“Ravi Pandey(पराशर) बलिया वाले” नाम के एक यूजर ने लिखा, “जाको राखे साइयां मार सके ना कोय।”

सच क्‍या है?

पहले तो इस वीड‍ियो को चंबल का ही मान कर लोगों ने ट्वीट क‍िया, लेक‍िन कुछ लोगों ने इस पर सवाल भी उठाया और शक जताया क‍ि यह भारत के बाहर का वीड‍ियो हो सकता है। फ‍िर जब हमने ऑनलाइन टूल्‍स के जर‍िए पड़ताल की तो चीजें सामने आती गईं। वीड‍ियो का फ्रेम न‍िकाल कर र‍िवर्स इमेज सर्च करने पर पता चला क‍ि यह वीड‍ियो 19 जून, 2021 को फेसबुक पर पोस्‍ट क‍िया गया था। वीड‍ियो में स‍िलहट, बांग्‍लादेश का लोकेशन भी टैग क‍िया गया था। वीड‍ियो को ध्‍यान से देखने पर साफ है क‍ि बच्‍चे को बचाने वाले लोगों ने लुंगी पहन रखी है। इससे भी इस वीड‍ियो के बांग्‍लादेश के होने के संकेत को पुख्‍ता समझा गया।

जानकारी और पुख्‍ता करने के ल‍िए बांग्‍ला में कीवर्ड सर्च क‍िया गया तो यूट्यूब का एक ल‍िंंक म‍िला, ज‍िस पर यही वीड‍ियो द‍िखा। इसे 27 अगस्‍त, 2021 को BD Travellers21 नाम के अकाउंट से पोस्‍ट क‍िया गया था। इसमें बताया गया है क‍ि यह वीड‍ियो चांदपुर (बांग्‍लादेश) का है।

यहां देख‍िए 2021 में यूट्यूब पर पोस्‍ट क‍िया वीड‍ियो

न‍िष्‍कर्ष: वीड‍ियो शेयर कर चंबल नदी से बच्‍चे को बचाने का दावा गलत है। यह वीड‍ियो पुराना भी है और अपने देश का नहीं है।