बिहार के औरंगाबाद और गया जिले की सीमा पर दुमारी नाला के जंगलों में सोमवार (18 जुलाई) को दिन भर चले एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने 4 माओवादियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ में CRPF के 8 जवान भी शहीद हो गए। राज्य की राजधानी पटना से तकरीबन 172 किलोमीटर दूर हुई मुठभेड़ में 17 IED ब्लास्ट हो गए जिनकी चपेट में आने से कोबरा बटालियन के 8 जवानों को जान गंवानी पड़ी।

घायल जवानों को जंगलों से निकालने के लिए सरखा का बथान इलाके से सेना का हेलीकॉप्टर भेज दिया गया है। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी भी जवान को बचाए जाने की कोई खबर नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हेलीकॉप्टर को पटना जाने के निर्देश दिए गए हैं क्योंकि वहां हो रही भारी गोलीबारी में हेलीकॉप्टर को लैंड कराया जाना संभव नहीं है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “बिहार झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के संदीप जी के नेतृत्व में लाए गए माओवादियों की इस इलाके में गतिविधियों की खबर के बाद से हम पिछले 2 दिनों से इस इलाके में सर्च ऑपरेशन कर रहे थे। सोमवार को दूसरी ओर से गोलीबारी और IED ब्लास्ट होना शुरू हो गईं और जंगल में सर्च के लिए गए हमारे कई जवान वहीं फंसे रह गए।”

सीआरपीएफ का दावा है कि इस मुठभेड़ में कुछ बड़े नक्‍सली नेता भी मारे गए हैं। मगध रेंज के डीआईजी सौरभ कुमार ने कहा कि उनकी जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों और नक्सलियों में गोलीबारी हो रही है लेकिन उन्हें किसी भी जवान के मारे जाने के विषय में कोई जानकारी नहीं है।