कोरोना संकट के चलते लाखों लोग अबतक अपनी नौकरियां गवां चुके हैं। देश की अर्थव्यवस्था की हालत भी खस्ता है, जिसके चलते रोजगार के नए अवसर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में बेरोजगारी दर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी बीच ‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में करीब 16 हजार से अधिक सरकारी पदों पर भर्तियां रुकी हुई हैं। जिसमें सबसे ज्यादा वैकैंसियां शिक्षा विभाग में हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में शिक्षा विभाग में 11403 पदों पर भर्ती होनी है, जबकि पुलिस विभाग में 3600 और शेष दूसरे अन्य विभागों में भर्तियां होनी है। इस साल बजट से पहले ही प्रदेश के 54 विभागों ने 15 हजार पदों के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा था, जिसमें से लगभग साढ़े चार हजार पदों पर नियुक्ति को ही वित्त से मंजूरी मिल चुकी है। सरकार का कहना है कि आने वाले समय में सभी वैकैंसियां भरी जाएंगी। लेकिन कोरोना के कारण अभी कुछ विभागों को छोड़कर सभी जगह प्रक्रिया रुकी हुई है।

बघेल सरकार के आंकड़ों के अनुसार फिलहाल प्रदेश में 22 लाख शिक्षित बेरोजगार हैं। इन सभी को भर्ती प्रक्रियाओं के शुरू होने का इंतजार है। बता दें कि व्यापमं हर साल विभिन्न विभागों के लिए 20 भर्ती परीक्षाएं आयोजित करता है।

शिक्षा विभाग –
शिक्षा विभाग में 14580 पदों पर नियुक्तियां की जानी थीं। इसमें से 3177 लेक्चरर के पदों पर नियुक्ति दी गई है। प्रदेश में 11 हजार 403 पदों पर भर्ती होनी है। यूटीडी व पीटीआई के 5500 और बस्तर, सरगुजा और कोरबा में सहायक शिक्षक के 2500 शामिल हैं।

पुलिस प्रशासन –
वहीं पुलिस प्रशासन में 3600 से ज्यादा पदों पर भर्ती होनी है। इसमें बस्तर संभाग में बस्तर फाइटर्स के 2800 के अलावा पीएचक्यू और विभिन्न जिलों के थानों में 818 भर्ती होनी है।

अन्य में
राजस्व व विधि में 202 वैकैंसियां हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य में 110 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं। कोरोना का असर इंटर और ग्रेजुएट की परीक्षा पास कर चुके युवाओं की नौकरी पर भी विपरीत असर पड़ा है। क्लास वन परीक्षा से लेकर तृतीय श्रेणी के विभिन्न पदों की भर्त्तियां रुकी हुई हैं।