मंगलवार को छत्तीसगढ़ से एक बड़ा ही चौंकाने वाला दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां एक सार्वजनिक शौचालय यानि पब्लिक टॉयलट के अंदर मौजूद सेप्टिक टैंक से जहरीली गैस के रिसाव की वजह से चार लोगों की मौत हो गई। दो अन्य लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूरा मामला छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले का है। यहां उस समय हंगामा मच गया जब एक पब्लिक टॉयलेट के अंदर मौजूद सेप्टिक टैंक से अचानक ही जहरीली गैस का रिसाव होने लगा। इस गैस की वजह से चार लोगों की मौत हो गई। इस घटना में दो अन्य लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। अचानक सेप्टिक टैंक से गैस रिसाव कैसे हुआ ये साफ तौर से पता नहीं चल सका है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

इससे पहले भी पिछले साल 22 अगस्त को छत्तीसगढ़ के ही अंबिकापुर जिले के सूरजपुर में ऐसे ही दर्दनाक हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक सूरजपुर के लटोरी में चार लोग सफाई के लिए सेप्टिक टैंक में उतरे थे। टैंक में जहरीली गैस के रिसाव से इन चारों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक मृतकों में सत्यनारायण कुशवाहा उनका बेटा भानु कुशवाहा और दो मजदूर शामिल थे।

सत्यनारायण कुशवाहा ने कुछ दिनों पहले नया सेप्टिक टैंक बनवाया था। टैंक में कुछ काम बाकी था जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने दो मजदूरों को बुलवाया। सुबह साढ़े नौ बजे दोनों टैंक में उतरे, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आए। इसके बाद सत्यनारायण और उनका बेटा भी टैंक में उतरे। चारों लोग जहरीली गैस की चपेट में आ गए। तब कुछ गांववालों को जब गैस की बदबू आई तो उन्होंने पुलिस को खबर दी। इसके बाद जेसीबी मशीन लगाकर टैंक तोड़ा गया और से चारों शवों को बाहर निकाला गया था।