देश में 2019 लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच इंडिया टीवी और सीएनएक्स के सर्वे में बिहार की जनता की टोह ली गयी है। सर्वे के मुताबिक अगर आज की तारीख में लोकसभा चुनाव होते हैं तो बिहार में जहां आरजेडी को फायदा पहुंच सकता है। वहीं, बीजेपी को 2014 लोकसभा चुनाव के मुकाबले 7 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। जबकि, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को बीजेपी के साथ गठबंधन का फायदा मिलता दिखाई दे रहा है। सर्वे के मुताबिक जेडीयू को पिछले चुनाव के मुकाबले 7 सीटें ज्यादा मिल रही हैं। वहीं, कांग्रेस को पिछली लोकसभा के मुकाबले एक सीट का नुकसान हो सकता है। सर्वे में आरजेडी को 6 सीट का फायदा दिखाया गया है।
न्यूज़ चैनल के सर्वे के मुताबिक बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों पर बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन एक बेहतर फैसला साबित हो रहा है। क्योंकि, दूसरी तरफ अकेले तेजस्वी के नेतृत्व में आरजेडी उम्मीद के मुताबिक अपना प्रदर्शन दिखा रही है। सर्वे में बीजेपी को 2 फीसदी का नुकसान दिखाया गया है। वहीं, आरजेडी के वोट प्रतिशत में 4 फीसदी का इजाफा हो रहा है। हालांकि, बीजेपी के लिए राहत की बात यह है कि जेडीयू को एक फीसदी मतों का फायदा मिल रहा है। जबकि, कांग्रेस को एक फीसदी का घाटा हो रहा है।
सर्वे में सीटों के हिसाब से बीजेपी को 15 सीटें मिलने की बात कही गयी है। जबकि, 2014 लोकसभा चुनाव में उसने 22 सीटें जीतीं थीं। इस हिसाब से बीजेपी को 7 सीटों का नुकसान होता दिखाई दे रहा है। वहीं, आरजेडी के लिए सुकून की बात है। आज की तारीख में चुनाव होते हैं तो निश्चित रूप से तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी को फायदा मिलेगा। पिछले लोकसभा चुनाव में 4 सीटें हासिल करने वाली आरजेडी को 10 सीट मिलने की बात कही गयी है। जेडीयू का भी प्रदर्शन अच्छा दिखाई दे रहा है। गठबंधन का लाभ उठाते हुए जेडीयू को 9 सीटें मिल रही हैं। जबकि, पिछले लोकसभा चुनाव में उसके खाते में सिर्फ 2 ही सीटें आई थीं। देश में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की हालत ठीक नहीं है। सर्वे में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिल रही है। जबकि, पिछले चुनाव में उसके खाते में एक सीट है।
बिहार में इन मुख्य दलों के अलावा एनडीए के सहयोगी दलों पर भी राय ली गयी है। सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए के सहयोगी रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार बेहतर प्रदर्शन नहीं कर रही है। सर्वे में एलजेपी को 3 सीट मिलने की बात कही गयी है। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में एलजेपी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़े थे, जिनमें से 6 सीटें उनके नाम हुई थीं। वहीं, पिछले चुनाव में 1 सीट जीतने वाली एनसीपी को एक भी सीट नहीं मिलता दिखाया गया है। जबकि, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी जो 2014 लोकसभा चुनाव में 3 सीटों पर विजयी हुई थी उसे 2 सीटें मिलते दिखाया गया है।

