उत्तर प्रदेश के बागपत में एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर मुस्लिम परिवार के सदस्यों द्वारा धर्म परिवर्तन की इजाजत मांगने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम परिवार के 20 लोगों ने एसडीएम, बढ़ौत को एफिडेविट देकर स्वेच्छा से इस्लाम धर्म को छोड़ कर हिंदू धर्म अपनाने की मांग की है। मामला छपरौली थाना इलाके के बदरखा गांव का है। बताया जा रहा है कि हिंदू संगठन के लोग रीति-रिवाजों के साथ इनका नामकरण करवाएंगे। वहीं, इस धर्म परिवर्तन का मामला सामने आने से जिले के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। बागपत के डीएम ने पूरे मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच बैठा दी है।

धर्म परिवर्तन करने की तैयारी कर रहे एक व्यक्ति का कहना है, “निवाड़ा गांव में हमारे एक 22 साल के भाई की हत्या कर उसे लटका दिया गया था। इसके बाद सुबह कुछ लोग आए और कहने लगे कि इसकी हत्या तुमने ही की है। बचना है तो जल्दी से इसे दफनाओ। इसके बाद कब्र खोदकर दफनाने की तैयारी कर दी थी। वहां करीब 3000 मुसलमान होंगे लेकिन किसी ने हमारा साथ नहीं दिया। जब किसी मुसलमान ने हमारा साथ ही नहीं दिया तो फिर हम इस समाज में रह कर क्या करें?”

वहीं, एक अन्य ने कहा, “हिंदू धर्म के लोग हमारी मदद कर रहे हैं। कोर्ट-कचहरी में भी ये सहायता कर रहे हैं। हमें कोई न्याय नहीं मिला। पोस्टमार्टम भी उल्टा सीधा करवा दिया गया। हत्या के मामले को अत्महत्या बता दिया गया।” हिंदू संगठन के एक कार्यकर्ता का कहना है कि, “किसी के साथ यदि मुस्लिम समाज में उत्पीड़न होता है तो हम अपने भाईयों को गले लगाने को तैयार हैं। पूरा साथ देने को तैयार हैं।”

इस पूरे मामले पर एक प्रशासनिक अधिकारी का कहना है, “मामला तीन महीने पहले की घटना का है, जिसमें एक की मौत हुई थी। उनके परिजनों का आरोप है कि जांच अच्छे से नहीं हुआ। जो आरोपी थे उनको नहीं पकड़ा गया। इसकी तह तक जाने के लिए हमलोगों ने पुलिस अधीक्षक से भी वार्ता की है। निश्चित रूप से पुन: इसको दिखवाया जाएगा कि क्या मामला है?”