सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन को एक धार्मिक समूह ‘आजाद भारत विधिक विचारक क्रांति सत्याग्रही’ के कार्यकर्ताओं से मुक्त कराने के अभियान के दौरान गुरुवार को हुई हिंसा में एक दरोगा की मौत हो गई। हिंसा में एसपी और पांच अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने जवाहर बाग इलाके में हिंसक प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए आंसू गैस का उपयोग किया। दो साल से अधिक समय पहले, बाबा जय गुरूदेव से अलग हुए समूह के कार्यकर्ताओं ने खुद को ‘आजाद भारत विधिक विचारक क्रांति सत्याग्रही’ घोषित किया था। इन्होंने धरने की आड़ में जवाहर बाग की सैकड़ों एकड़ भूमि पर कब्जा कर लिया था। उनकी मांगों में भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चुनाव रद्द करना, वर्तमान करेन्सी की जगह ‘आजाद हिंद फौज’ करेन्सी शुरू करना, एक रूपये में 60 लीटर डीजल और एक रूपये में 40 लीटर पेट्रोल की बिक्री करना शामिल है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाल ही में प्राधिकारियों को वह जमीन खाली कराने का आदेश दिया था।