केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मणिपुर दौरे के बाद पश्चिमी इंफाल जिले के दो गांवों में हथियारों और बमों से लैश कुकी उग्रवादियों ने हमला किया। इस हमले में 16 लोग गायल हो गए। पुलिस ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को कांगपोकपी जिले की सीमा से सटे इंफाल पूर्व के फयेंग इलाके में भारी गोलीबारी में कम से कम 16 लोग घायल हो गए।

घायल होने वालों में ज्यादातर घाटी के हैं और एक व्यक्ति की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, घायलों का इलाज क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान में चल रहा है। फयेंग और कांगचुप चिंगखोंग दो गांवों में तैनात राज्य पुलिस और मणिपुर राइफल्स के कर्मियों ने जवाबी कार्रवाई भी की। देर रात चार घंटे से भी अधिक समय तक दोनों तरफ से भयंकर गोलीबारी हुई।

हमले में 16 लोग गायल

मुठभेड़ में पुलिस ने उग्रवादियों को पास की पहाड़ियों में खदेड़ा। इस मुठभेड़ में घायल लोगों को इंफाल के रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस अस्पताल में ले जाया गया। जिसमें दो लोगों की हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों और स्थानीय निवासियों ने कहा कि शुक्रवार को मुठभेड़ सुबह करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई और देर शाम तक जारी रही।

फयेंग के निवासी अंगोम रबीकांत ने कहा कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस तीन बदमाशों ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे ग्रामीणों पर गोलियां चलाने से पहले उनके फार्महाउस में आग लगा दी। रबीकांत ने कहा, “तीनों संदिग्ध कुकी उग्रवादी पहाड़ियों के किनारे से नीचे आए और मेरे फार्महाउस में आग लगा दी।” स्थानीय निवासियों ने कहा कि जैसे ही यह खबर फैली, आस-पास के इलाकों के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों लोग हथियार सहित गांव की ओर दौड़े और दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।

अमित शाह ने की थी शांति की अपील

मणिपुर में फैली हिंसा के बाद स्थिति का जाएजा लेने गृहमंत्री अमित शाह चार दिन के मणिपुर दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान इन्होने सभी समुदाय के लोगों से बात की और उनसे शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने सभी मसले को बातचीत के माध्यम से हल करने पर जोर दिया। फयेंग इंफाल के आसपास के इलाकों के उन कई गांवों में से एक है, जिन पर 3 मई 2023 को पहली बार संघर्ष शुरू होने के बाद से कुकी उग्रवादियों के संदिग्ध सशस्त्र बदमाशों ने हमला किया है। आखिरी घटना 28 मई को हुई थी जिसमें एक ग्रामीण मारा गया था।

सचिवालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 3 मई को भड़की हिंसा में अब तक 98 लोगों की जान जा चुकी है और लगभग 4,000 हथियार राज्य बलों और पुलिस के शस्त्रागार से लूटे गए हैं। राज्य और केंद्रीय सशस्त्र बलों ने चोरी हुए हथियारों की बरामदगी के लिए गुरुवार से राज्य भर में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है। शनिवार को सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया।