बिहार में चुनाव प्रचार जोरों पर है और पहले चरण के मतदान से पहले ही एबीपी न्यूज-सीवोटर ने अपना ओपिनियन पोल जारी कर दिया है। इसके मुताबिक 243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में नीतीश की अगुआई वाला एनडीए गठबंधन सबसे आगे हैं और दूसरे नंबर पर आरजेडी की अगुआई वाला गठबंधन है। इस ओपिनियन पोल के मुताबिक बिहार में एनडीए को 135 से 159 सीटें मिल सकती हैं। वहीं आरजेडी+ को 77 से 98 सीटें मिलने का अनुमान है। लोजपा को 1 से 5 सीट और अन्य को 4 से 8 सीटें मिल सकती हैं।
नीतीश से नाराज हैं 60 फीसदी लोग?
वोट शेयर की बीत करें तो ओपिनियन पोल में एनडीए के खाते में 43 प्रतिशत वोट और आरजेडी+ के खाते में 35 प्रतिशत वोट जाने का अनुमान है। हालांकि इस ओपिनियन पोल में यह भी सामने आता है कि 60 प्रतिशत लोग नीतीश से नाराज हैं और वह मुख्यमंत्री बदलना चाहते हैं। फिर भी बीजेपी की सीटों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। 26 फीसदी लोगों ने कहा कि वह नाराज तो हैं लेकिन सीएम नहीं बदलना चाहते हैं। 14 प्रतिशत लोग न तो नाराज हैं और न ही सीएम बदलने के मूड में हैं।
सीमांचल में किसे कितनी सीटें?
बिहार के सीमांचल में कुल 24 सीटें हैं और ओपिनियन पोल के मुताबिक इनमें से 11 से 15 सीटें एनडीए के खाते में और 8 से 11 सीटें तेजस्वी के खाते में जा सकती हैं। अन्य के खाते में 1 सीट जा सकती है। यहां नीतीश + को 28 फीसदी और तेजस्वी को 46 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
यहां भारी पड़ रहा है एनडीए
एबीपी-सीवोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक अंग प्रदेश में एनडीए का पलड़ा भारी है। यहां कुल 27 सीटें हैं जिनमें से 16 से 20 सीटें नीतीश+ को मिल सकती हैं। तेजस्वी के अगुआई वाले महागठबंधन को 6 से 10 सीटें और अन्य को 1 से 2 सीटें मिल सकती हैं।
क्या है मिथिलांचल का हाल?
मिथिलांचल का क्षेत्र काफी बड़ा है। यहां विधानसभा की 50 सीटें हैं। इनमें से 27 से 31 सीटें एनडीए को मिलने का अनुमान है वहीं तेजस्वी के खाते में 18 से 21 सीटें जा सकती हैं। चिराग पासवान भी 1 से 3 सीटें जीत सकते हैं। बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान होने जा रहा है। 10 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
