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भारत की मिश्रित बैडमिंटन टीम ने गोल्ड कोस्ट में जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के पांचवें दिन सोमवार को इतिहास रचते हुए पहली बार स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। भारतीय टीम ने मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में मौजूदा विजेता मलेशिया को 3-1 से मात देते हुए पहली बार सोने का तमगा हासिल किया। एक समय भारत 2-0 से आगे था, लेकिन मलेशिया ने अगला मैच जीत भारत की मुश्किलों को बढ़ा दिया। लेकिन, लंदन ओलम्पिक-2012 में भारत को कांस्य दिलाने वाली सायना नेहवाल ने रोचक मुकाबले में जीत हासिल करते हुए भारत की झोली में स्वर्ण पदक डाला। इसके अलावा, महिलाओं के बाद भारत की पुरुष टेबल टेनिस टीम ने नाइजीरिया को 3-0 से हराकर ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। भारत ने सोमवार की सुबह सेमीफाइनल में सिंगापुर को हराया और अपने बेहतरीन प्रदर्शन को जारी रखते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। दूसरी तरफ, भारत को भारोत्तोलन में आज सिर्फ एक पदक मिला। तीन भारोत्तोलक पदक से महरूम रहे। पुरुषों की 105 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में प्रदीप ने भारत को रजत पदक दिलाया। गुरदीप 105 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा की स्पर्धा में पदक से चूक गए। महिलाओं में 90 किलोग्राम भारवर्ग में लालचानहीमी और 90 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा की स्पर्धा में पूर्णिमा पांडे ने निराश किया। देखिए तस्वीरें। (All Photos: PTI)
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इससे पहले भारत ने कभी भी राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन की टीम स्पर्धा में स्वर्ण नहीं जीता था।
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पहला स्वर्ण पदक जीतकर खिलाड़ी बहुत प्रसन्न थे।
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सायना नेहवाल ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया।
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सात्विक रंकीरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी का सामना मलेशिया की पेंग सून चान और लियू यिंग गोह से था।
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राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इन खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया।
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भारत के हरमीत देसाई और साथियान गणासेकरन ने नाइजीरिया की ओलाजीडे ओमोटायो और बोड अबियोडून की जोड़ी को 11-8, 11-5, 11-3 से हराया।
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हरमीत देसाई ने गजब के खेल का प्रदर्शन किया।
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राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता प्रदीप ने कुल 352 किलो (152 और 200 किलो) वजन उठाकर दूसरा स्थान हासिल किया।
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प्रदीप ने 211 किलो वजन उठाने की कोशिश की जो राष्ट्रमंडल और खेलों का क्लीन एंड जर्क में रिकार्ड होता लेकिन आखरी प्रयास में नाकाम रहे।
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प्रदीप ने कहा, ‘‘मैंने अतीत में 215 किलो वजन भी उठाया है लेकिन आज मेरा दिन नहीं था।’’
